गुजरात : नवरात्रि में मिली छूट से बढ़ी व्यापारियों की आश, दो सालों से हो रहे नुकसान के भरपाई होने की उम्मीद

गुजरात : नवरात्रि में मिली छूट से बढ़ी व्यापारियों की आश, दो सालों से हो रहे नुकसान के भरपाई होने की उम्मीद

सरकार द्वारा छूट देने के बाद इस साल 100 प्रतिशत से भी अधिक व्यापार रहने की व्यापारियों की आशा, छोटे बच्चों के कपड़ों की अधिक बिक्री होने की संभावना

पिछले साल कोरोना महामारी के कारण कई तरह के कड़े नियम लगाए गए थे। इसकी खास असर नवरात्रि से जुड़े हुये हेंडीक्राफ्ट के उद्योग पर पड़ी थी। पहले के समय मेन नवरात्रि के समय में कच्छी चनियाचोली की खास डिमांड रहती थी। पर कोरोना के कारण उसकी डिमांड में भी कमी आई थी। हालांकि इस साल सरकार द्वारा कोरोना महामारी के नियमों को कुछ छूटछाट देने के कारण व्यापारियों को कुछ आशा बंधी है। 
कोरोना महामारी के कारण कच्छी ट्रेडीशन के चनीयाचोली और अन्य कपड़ों के की भारी डिमांड रहती थी। पर पिछले साल नवरात्रि मनाने की सरकार द्वारा अनुमति नहीं दी गई थी। पर इस साल सरकार द्वारा नवरात्रि मनाने की अनुमति कुछ नियंत्रणों के साथ दी गई है, जिसके चलते इस साल 100 प्रतिशत से भी अधिक का व्यापार रहने की आशा है। व्यापारियों को आशा है की कच्छी काम के साथ की हुई प्रिंट के कपड़ों की डिमांड काफी बढ़ेगी। खास तौर पर बच्चों के कपड़े की बिक्री सबसे अधिक होने की आशा राखी जा रही है। 
व्यापारियों को आशा है की दो सालों में जो नुकसान हुआ है, उसकी अधिकतर भरपाई इस साल हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि पिछले डेढ़ साल से कोरोना महामारी के कारण व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। इसमें सब से अधिक नुकसान छोटे व्यापारियों को हुआ है। पर जैसे-जैसे कोरोना महामारी का प्रभाव कम हो रहा है, व्यापार फिर से बढ़ रहा है। ऐसे में नवरात्रि में भी सरकार द्वारा नियंत्रणों में छूटछाट देने का निर्णय देने से सभी व्यापारियों को काफी आशा बढ़ी है।
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