गुजरात : कोरोना टीके के ऑनलाइन पंजीकरण से मुक्ति देने इसलिये हिचक रही राज्य सरकार

गुजरात : कोरोना टीके के ऑनलाइन पंजीकरण से मुक्ति देने इसलिये हिचक रही राज्य सरकार

अचानक से नियमों में बदलाव होने से हो सकती है अव्यवस्था, टीके के स्टॉक की भी समस्या - सूत्र

देश भर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने काफी कहर बरपाया है। ऐसे में अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण हो इसके लिए सरकार काफी प्रतिबद्ध है। फिलहाल भारत भर में 18 से 44 साल के लोगों के लिए टीकाकरण काफी तेजी से चल रहा है। टीका लेने के लिए सबसे पहले तो लोगों को कोविन वैबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना रहता है। जिसके बाद स्थल पर जाकर टीकाकरण करवाया जा सकता है। हालांकि वेबसाइट पर कई लोगों को टीकाकरण के लिए अपना स्लॉट बुक करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। जिसके चलते केंद्र सरकार द्वारा स्पॉट रजिस्ट्रेशन का विकल्प भी दिया गया है। हालांकि गुजरात सरकार इस निर्णय को लागू करने के लिए काफी हिचक रही है। 
गुजरात के आरोग्य अग्र सचिव डॉ. जयंती रवि ने साफ तौर पर कह दिया है कि राज्य में 18 से 45 साल के सभी लोगों को रजिस्ट्रेशन करवाकर ही टीका लगवाने आना रहेगा। राज्य सरकार द्वारा जो प्रक्रिया पहले चल रही थी, उसी के अनुसार टीकाकरण चलेगा। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुजरात में वैक्सीन की कमी के कारण इस तरह का नियम लिया गया है। इसके अलावा यदि इस तरह की छुट दे दी जाये तो लोग बड़ी संख्या में वैक्सीन के लिए दौड़े आएंगे। जिससे की काफी अव्यवस्था हो सकती है। 
बता दे की केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को स्पॉट रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा चालू करने के निर्देश दिये है। हालांकि यह सुविधा शुरू करने की ज़िम्मेदारी राज्य सरकार की है। यह निर्णय इसलिए लिया गया गया की कई राज्यों में वैक्सीन के स्लॉट बुक करवाने के बावजूद लोग टीका लेने नहीं आते थे, जिसके कारण टीके का व्यय अधिक होता था। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भी लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा था।