गुजरात : बहन ने कायम की रिश्ते की मिसाल, जरुरत पड़ने पर भतीजे को अपनी किडनी दान देकर दिया जीवनदान

गुजरात : बहन ने कायम की रिश्ते की मिसाल, जरुरत पड़ने पर भतीजे को अपनी किडनी दान देकर दिया जीवनदान

चानस्मा के धीनोज गांव का है मामला, दो साल पहले हुई बीमारी के कारण आई थी किडनी में समस्या

कहते है कि जीवन में रिश्तों से बड़ी जमापूंजी कुछ नहीं होती। अगर आपके पास आपकी कद्र करने वाले और मदद करने वाले रिश्ते है तो आपसे अधिक धनी कोई नहीं है। ऐसा ही एक मामला गुजरात से सामने आया है जहाँ इस बात की सार्थकता सामने आई। दरअसल चानस्मा के धीनोज गांव में एक बहन ने अपने भाई के पवित्र पारिवारिक रिश्ते का कर्ज चुकाने के लिए अपनी किडनी दान कर अपने भतीजे को नया जीवन दिया है। 
जानकारी के अनुसार धीनोज गांव की महिला सरपंच कैलाशबेन चौधरी के जेठ चौधरी शंकरभाई नाथूभाई के पुत्र चौधरी चिरागभाई शंकरभाई को दो साल पहले बीमारी का पता चला था। इसके बाद उसका मेहसाणा में इलाज चला। इस दौरान चिराग को किडनी की समस्या पैदा हो गई। समस्या इतनी बढ़ गई कि किडनी बदलने की स्थिति आ गई। उंझा तालुका के लक्ष्मीपुरा उनावा गाँव के एक विवाहित चौधरी कोकिलाबेन शंकरभाई ने बिना एक पल सोचे अपने भतीजे को अपनी किडनी दान करने के लिए तैयार हो गई।
इसके बाद बुआ और उनके भतीजे दोनों को अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोकिलाबेन ने अपनी किडनी को नया जीवन देकर अपने भतीजे चिरागभाई को नया जीवन दिया है। पीड़िता के पिता की आठ साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। फिर परिवार के भरण-पोषण सहित सारी जिम्मेदारी उस पर आ गई है। युवक दो बहनों का भाई है वह एक छोटे से खेत के साथ साथ एक निजी कंपनी में काम कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है।