गुजरात : खोडलधाम में पाटीदार नेता नरेश पटेल ने कहा, 'राजनीति में प्रवेश के निर्णय को मैं भी ज्यादा लंबा नहीं खींचना चाहता!'

गुजरात : खोडलधाम में पाटीदार नेता नरेश पटेल ने कहा, 'राजनीति में प्रवेश के निर्णय को मैं भी ज्यादा लंबा नहीं खींचना चाहता!'

नरेश पटेल के राजनीति में आने को लेकर सस्पेंस के बीच खोडलधाम ट्रस्ट की बैठक शुरू हो गई है। अग्रणी कह रहे हैं कि यह मुलाकात रूटीन है। नरेश पटेल बैठक से पहले जवाब देने से बचते रहे। खोडलधाम ट्रस्ट के प्रवक्ता हसमुख लुनगरिया ने दावा किया है कि बुधवार की बैठक में राजनीति पर कोई चर्चा नहीं हुई। लेकिन सच तो यह है कि नरेश पटेल के राजनीति में आने को लेकर अभी फैसला नहीं हुआ है। अब मुझे लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, मैं जल्द ही निर्णय की घोषणा करूंगा। इस महीने के अंत तक तस्वीर साफ हो जाएगी।
खोडलधाम ट्रस्ट की बैठक पर आईबी समेत एजेंसियों की नजर है,जिस पर वे रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेंगे। खोडलधाम ट्रस्ट की बैठक 20 मिनट तक चली। नरेश पटेल ने कहा कि यह पटेल फाउंडेशन कल्चरल ट्रस्ट और लेउवा पटेल समाज सोमनाथ और खोडलधाम ट्रस्ट की नियमित बैठक थी। यह ट्रस्ट की गतिविधियों और उसके भविष्य के कार्यक्रमों पर चर्चा करता है। इसके साथ खातों को प्रस्तुत किया जाता है। संयोजक भी त्रैमासिक मिलते हैं। इसके सवालों और आगे की गतिविधियों पर चर्चा की जाती है। हम खोडलधाम के अंदर कभी राजनीति की बात नहीं करते। ऐसी चर्चा जब भी होता है बाहर होता है। कुछ लोग अभी भी सर्वे कर रहे हैं। प्रशांत किशोर मेरे दोस्त हैं। हम बहुत पुराने दोस्त हैं। इसके साथ अक्सर मुलाकात होती है। आज के समय का नहीं। उन्होंने कल जो फैसला किया वह उनका निजी पेशेवर फैसला है।
उन्होंने कहा, 'मैं उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। मैं जल्द ही घोषणा करूंगा कि मुझे राजनीति में आना है या नहीं। मुझे अब ज्यादा देर तक खिंचने की भी जरूरत नहीं है। मीडिया को भी परेशान नी करेंगे। मैं जल्द ही रिपोर्ट करूंगा। अगर मुझे राजनीति में जाना पड़े तो भी प्रशांत किशोर मेरे साथ खड़े रहेंगे। मुझे पूरी उम्मीद है। महासभा की तिथि की घोषणा श्रावण मास में की जाएगी। हाल में बहुत गर्मी पड़ रही है। प्रशांत ने पार्टी में शामिल नहीं होने की बात कही है। राजनीति में आगे नहीं बढ़ने जैसी कोई बात नहीं है। वह कई पार्टियों से जुड़े हुए हैं। मुझे नहीं लगता कि यह यहाँ समाप्त होता है। लेकिन कल उन्होंने जो फैसला किया वह उनका निजी और पेशेवर है। मैं इसके बारे में कुछ नहीं कह सकता। इस महीने के अंत तक तस्वीर साफ हो जाएगी।
पूरे गुजरात से पाटीदार नेता और खोडलधाम के ट्रस्टी इस बैठक में विशेष रूप से शामिल हो रहे हैं। खोडलधाम के न्यासियों की बैठक दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुई। नरेश पटेल समेत 50 से ज्यादा नेता मौजूद हैं। इस संबंध में नरेश पटेल ने कहा कि हर तीन महीने में ट्रस्टियों की बैठक बुलाई जाती है। यह रूटीन मीटिंग है। भरोसे के सवाल और आगे की कार्रवाई की जाएगी। मैं ट्रस्ट की बैठक पूरी करूंगा और राजनीतिक मुद्दों पर मीडिया से बात करूंगा। यह बैठक तीन अलग-अलग संगठनों खोडलधाम ट्रस्ट कागवाड़, सरदार पटेल फाउंडेशन राजकोट और लेउवा पटेल सेवा समाज ट्रस्ट सोमनाथ की बैठक है। सामाजिक कार्यक्रमों पर चर्चा होनी है।
शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य स्तर तक इन मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें कोई राजनीतिक बहस नहीं है, यह एक सामाजिक बैठक है। यह एक रूटिंग मीटिंग है। ट्रस्ट ने किए गए कार्यों की समीक्षा के लिए एक बैठक की है। हालांकि नरेश पटेल ने बैठक से पहले कुछ भी बोलने से परहेज किया है। हालांकि इस राजनीतिक बैठक की चर्चा राजकोट समेत पूरे गुजरात में हो रही है।  पिछले कुछ समय से कयास लगाए जा रहे हैं कि वह राजनीति में आने वाले हैं। खासकर जब से नरेश पटेल दिल्ली से लौटे हैं। उसके बाद से उनके राजनीति में प्रवेश को लेकर हर दिन नई चर्चाएं छिड़ गई हैं। खास बात यह है कि केंद्र के नेता भी नरेश पटेल के संपर्क में हैं और उनसे मिलने आ रहे हैं। इसलिए अफवाहें थीं कि इस बैठक में फैसला लिया जा सकता है।
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