गुजरात : चुनावी मौसम में आदिवासी पट्टे में जोर पकड़ रहा रिवर लिंक प्रोजेक्ट के विरुद्ध आंदोलन

गुजरात : चुनावी मौसम में आदिवासी पट्टे में जोर पकड़ रहा रिवर लिंक प्रोजेक्ट के विरुद्ध आंदोलन

केंद्र सरकार द्वारा नदी रिसाव परियोजना को स्थगित कर दिया गया, निश्चितता और श्वेतपत्र के लिए आदिवासी समाज कर रहा आन्दोलन

केंद्र सरकार सामी विधानसभा चुनाव में तापी-पर-नर्मदा नदी लिंक परियोजना को स्थगित करने की घोषणा को चुनावी स्टंट मानते हुए पूरे आदिवासी समुदाय ने सरकार के श्वेत पत्र जारी होने तक आंदोलन करने की योजना बनाई है। प्रोजेक्ट रद्द करने के लिए बहनें प्रधानमंत्री के नाम 11,111 पोस्टकार्ड लिखा।
आपको बता दें कि तापी-पार नर्मदा नदी लिंक परियोजना और ज़िक मिल के विरोध में तापी जिले के सोनगढ़ में दशहरा कॉलोनी में एक विशाल बैठक आयोजित की गई। जिसमें शहर से बड़ी संख्या में आदिवासियों ने नृत्य और गीतों के साथ रैली की। जिसमें परियोजनाओं को रद्द करने की मांग के साथ प्रधानमंत्री के नाम 11111 पोस्टकार्ड लिखे गए। कार्यक्रम के बाद रेहाना गामित के नेतृत्व में महिला नेताओं ने पोस्ट कार्यालय जाकर प्रधानमंत्री के नामसारे पोस्टकार्ड पोस्ट कर दिए। जनसभा के दौरान पुलिस बल की व्यवस्था की गई थी। वंसदा से कांग्रेस विधायक अनंत पटेल ने विधानसभा को संबोधित किया। हालांकि दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा नदी रिसाव परियोजना को स्थगित कर दिया गया है, लेकिन जब तक इस परियोजना के रद्द करने सम्बंधित श्वेतपत्र नहीं मिल जाता, तब तक आदिवासी शांति से नहीं रह पाएंगे और आन्दोलन करेंगे।
गौरतलब है कि वर्तमान में, सामी विधानसभा चुनाव और आदिवासी विरोध के कारण परियोजना को रद्द कर दिया गया है, लेकिन लगता है यह पर्याप्त नहीं है। तापी, डांग, नवसारी और सूरत जिलों के आदिवासी संगठनों के लोग बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।