गुजरात : अपराधियों को सुधारने की अनेक गतिविधियों का केंद्र बनी हैं जेलः मुख्यमंत्री

गुजरात : अपराधियों को सुधारने की अनेक गतिविधियों का केंद्र बनी हैं जेलः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने राज्य की जेलों के इतिहास और वर्तमान की गाथा एवं कैदी सुधार गतिविधियों को बयां करती पुस्तक का किया विमोचनः गृह राज्यमंत्री भी रहे मौजूद

राज्य के मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने गुजरात की जेलों के इतिहास और वर्तमान की रोमांचक एवं दुर्लभ गाथा तथा कैदी सुधार गतिविधियों को दर्शाती पुस्तक ‘जेल इतिहास अने वर्तमान’ का मंगलवार को गांधीनगर में गृह राज्य मंत्री  प्रदीपसिंह जाडेजा की उपस्थिति में विमोचन किया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) डॉ. के.एल.एन. राव द्वारा लिखित इस पुस्तक में गुजरात की विभिन्न जेलों की कैदी सुधार सहित अनेक गतिविधियों से लोगों को भलीभांति परिचित कराने का प्रशंसनीय प्रयास किया गया है। 
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस पुस्तक का विमोचन करते हुए साफ तौर पर कहा कि जेल के संबंध में लोगों की आम धारणा के विपरीत यह पुस्तक जेलों के बृहद और रोचक इतिहास के साथ ही यह बात भी बखूबी उजागर करेगी कि जेल अपराधियों के सुधार की अनेक गतिविधियों का केंद्र बनी है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भी कारागार में हुआ था। इतना ही नहीं, आजादी के आंदोलन के दौरान अनेक नेताओं ने कारावास का सदुपयोग करते हुए स्वाधीनता संग्राम के लिए क्षमता निर्माण किया था। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर सावरकर ने अंडमान निकोबार की सेल्यूलर जेल में कारावास के दौरान राष्ट्रप्रेम से भरपूर कविताओं की रचना कर जन-जन में आजादी की लड़ाई का इतिहास गुंजायमान किया था। उन्होंने कहा कि जेलों से जुड़ी बातों में भी इतिहास एवं रोमांच को उजागर करने की संभावनाएं निहित हैं और वह उजागर होनी चाहिए। उन्होंने अपेक्षा जताई कि ऐसी बातों को पुस्तक के रूप में संकलित कर लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया जाए तो वह संशोधकों के लिए भी उपयोगी साबित होगी साथ ही जेलों का वातावरण, जेलर और जेल स्टाफ के कामकाज को अधिक समाजोपयोगी बनाने में नई दिशा मिलेगी। 
कोरोना महामारी के दौरान कैदियों में कोरोना रोकथाम, मास्क और सैनेटाइजर के स्व-उत्पादन से आत्मनिर्भरता और संचार तंत्र एवं कैदी सुधार गतिविधियों में उत्कृष्टता से संबंधित प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड देश में एकमात्र गुजरात को मिला है। मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने इस अवसर पर स्कॉच अवार्ड सर्टिफिकेट भी राज्य की जेलों के मुखिया अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. के.एल.एन. राव को भेंट किया। 
इस अवसर पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  पंकज कुमार, अहमदाबाद केंद्रीय कारागार के अधीक्षक रोहन आनंद, प्रिंसिपाल लोहार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। 
अतिरिक्त महानिदेशक (जेल) के.एल.एन. राव ने प्रारंभ में पुस्तक का परिचय देते हुए मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री का स्वागत किया। 
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