गुजरातः जब लोग जागे तो सरकार सो गई, राज्य भर के कई सेन्टरों पर वैक्सीन खत्म

गुजरातः जब लोग जागे तो सरकार सो गई, राज्य भर के कई सेन्टरों पर वैक्सीन खत्म

अहमदाबाद से लेकर राजकोट तक स्टॉक खाली, केंद्रों पर ताले, लोगों ने मचाया बवाल

एक समय राज्य के कई शहरों में लोग टीकाकरण कराने में थोड़ा झिझकते थे। इतना ही नहीं एक समय में 45 साल से ऊपर के लोगों को ही वैक्सीन दी जाती थी। इन दोनों कारणों से टीकाकरण बहुत धीमा था, लेकिन अब स्थिति यह है कि राज्य के हर शहर में टीकाकरण केंद्रों पर टीका की कमी देखी जा रही है। इसी वजह से अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जूनागढ़ और भरूच समेत हर शहर के केंद्रों में लोग बिना टीका लगवाए लौट रहे हैं। अहमदाबाद नगर निगम ने 21 जून से हर दिन एक लाख लोगों को टीका लगाने का दावा किया था। हालांकि महज 6 दिनों में ही उनके दावे की हवा निकल गई। अहमदाबाद में शनिवार को 10 से अधिक स्थानों पर टीके उपलब्ध नहीं थे। वरिष्ठ नागरिक जो 84 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी खुराक के लिए आए थे उनकों भी परेशानी का सामना करना पड़ा। 
अहमदाबाद के  घूमा स्वास्थ्य केंद्र पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन वैक्सीन  नहीं होने से प्रशासन ने  वैक्सीन नहीं होने का बोर्ड लगा दिया। वडोदरा में भी एक सप्ताह पहले 26 हजार डोज आवंटित किए गए थे। वडोदरा को तीन दिन से 15 हजार खुराक दी जा रही है। शनिवार को कोवेक्सिन आवंटित किया गया था।
सूरत  में 5 दिन में 80 हजार डोज की जरूरत के सामने  पिछले तीन दिन से 25 हजार  टीका दिया जा रहा है। 3 महीने पहले 50 हजार लोगों को टीका लगाया जाता था। अब दूसरी खुराक के लिए  टीका नहीं है।
राजकोट में रोजाना दस हजार खुराक आवंटित की जाती है। हालांकि यहां दस हजार के मुकाबले दो हजार डोज दो दिन के लिए आवंटित की गई हैं, जिससे 60 फीसदी टीकाकरण केंद्रों को बंद करने को मजबूर होना पड़ा। जूनागढ़ के केशोद सिविल अस्पताल को भी संदेश मिलते ही 300 लोग वैक्सीन लेने आए थे, लेकिन लोग नाराज थे क्योंकि प्रशासन  के पास 40 खुराक थे।
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