गुजरात : पटरी पर लौट रहा शैक्षणिक कार्य, सरकार ने बालमंदिर और आंगनवाड़ी फिर शुरू करने का फैसला किया

गुजरात : पटरी पर लौट रहा शैक्षणिक कार्य, सरकार ने बालमंदिर और आंगनवाड़ी फिर शुरू करने का फैसला किया

गुजरात सरकार द्वारा पिछले सप्ताह कक्षा 1 से 9 तक की कक्षाएं शुरू करने के निर्णय के बाद अब बालमंदिर और आंगनवाड़ी शुरू करने का भी फैसला किया है। शिक्षा मंत्री जीतू वाघाणी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार राज्य में शिक्षा के काम को कोरोना से पहले ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने गुरुवार से किंडरगार्टन, आंगनवाड़ी और प्री-स्कूल फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
कोरोना काल के बाद पहली बार छोटे बच्चे स्कूल जाएंगे। हालांकि सरकार ने एसओपी के तहत बच्चों को स्कूल भेजना अभिभावकों की इच्छा पर आधारित रखा है। कोरोना की वैश्विक महामारी के कारण आंगनबाडी और प्रीस्कूल बंद कर दिए गए थे। जिससे बच्चों को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में बच्चों का और अधिक नुकसान ना हो इसे देखते हुये सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 17 फरवरी से राज्य के सभी आंगनवाड़ी और प्री स्कूल को खोल दइया जाएगा। जिसमें माता-पिता की अनुमति के साथ बालकों को आने दिया जाएगा। यही नहीं कोरोना के कारण बच्चे कोई भी पढ़ाई नहीं कर पाये है, ऐसे में आने वाले साल में जब बच्चे कक्षा 1 में जाये तो उनकी पढ़ाई कमजोर ना रह जाए इस लिए सरकार विशेष एक्शन प्लान तैयार कर रही है।