गुजरात : शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघानी ने श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय के 15वें युवा महोत्सव का उद्घाटन किया

गुजरात : शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघानी ने श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय के 15वें युवा महोत्सव का उद्घाटन किया

श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय को ए+रैंकिंग प्राप्त करने पर शिक्षामंत्री ने दी बधाई

श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय के 15वें युवा महोत्सव का उद्घाटन करते हुए शिक्षा मंत्री  जीतूभाई वाघानी ने कहा कि संस्कृत भाषा संस्कार और संस्कृति की नींव है। संस्कृत भाषा  हमेशा के लिए समाज और राष्ट्र का हिस्सा  रहने वाली है, तभी मनोबल-आत्मविश्वास और आयोजन के साथ कार्य करके संस्कृत भाषा को उसके उचित स्थान पर वापस लाया जा सकता है। आशावादी और आत्मविश्वास से भरपूर  समाज के निर्माण में संस्कृत-संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके अलावा, राज्य सरकार संस्कृत भाषा के प्रचार और विकास के लिए प्रयास कर रही है।
श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में तीन दिनों से चल रहे 15वें युवा महोत्सव में विश्वविद्यालय से संबद्ध 26 महाविद्यालयों के 316 प्रतियोगी 44 प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं। इस उत्सव में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, छात्र स्टार्टअप और नवाचार नीति, पीएच.डी. संशोधन विषय पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
इस अवसर पर तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए देश के पहले सीडीएस और जनरल बिपिन रावत को मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय को नैक (एनएएसी)  द्वारा कराए गए मूल्यांकन में ए+रैंकिंग प्राप्त करने पर बधाई देते हुए शिक्षा मंत्री वाघानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी के नेतृत्व में बनाई गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति विभिन्न संप्रदायों के लोगों के बीच भी स्वीकृत हो गई है। यह शिक्षा नीति प्रचलित प्रवृत्तियों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। ताकि युवाओं को नई ताकत मिले और समय के साथ तालमेल बिठा सकें। इस प्रकार युवा-छात्र नवाचार के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में सबसे आगे होंगे। इसके लिए शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी भी बहुत जरूरी है। मंत्री ने कहा कि यह युवा महोत्सव वास्तव में युवाओं की आंतरिक शक्ति को उजागर करने का एक साधन होगा।
इस अवसर पर संस्कृत भाषा के प्रजनक-विद्वान जे. डी परमार को श्री संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही, श्री सोमनाथ संस्कृति विश्वविद्यालय के लगभग 18 ब्रांड एम्बेसडर और राज्य भर के संस्कृत अनुरागियों  को संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए उत्कृष्ट सेवा के लिए गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रमाण पत्र और पुस्तकें प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए चार ग्रंथों का विमोचन किया गया।
श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति ललित कुमार पटेल ने अपने स्वागत भाषण में श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय उपलब्धियों और गतिविधियों के बारे में बताया। चेतन त्रिवेदी, भक्त कवि नरसिंह मेहता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, गुजरात संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष जयशंकर रावल ने प्रासंगिक भाषण दिया और कुल सचिव दशरथ जादव आभार विविध किया। 
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