गुजरात : श्मशान के कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा, मिलेंगे ये लाभ

गुजरात : श्मशान के कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा, मिलेंगे ये लाभ

माँ-अमृतम, माँ-वात्सल्य और आयुष्मान भारत कार्डधारको को भी मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने अपनी कोर कमेटी में बुधवार को राज्य में माँ-अमृतम, माँ-वात्सल्य और आयुष्मान भारत कार्डधारको को निजी अस्पतालों में उपचार में दैनिक 5 हजार तक और कुल 50,000 रुपये तक के लाभ देने का फैसला किया। ऐसे में राज्य में गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों में जिनके पास माँ-अमृतम, माँ-वात्सल्य या आयुष्मान भारत कार्ड हैं, और उनमे से कोई कोरोना से संक्रमित होता है, तो उनका प्रतिदिन 5 हजार तक और 10 दिनों के लिए कुल  50 हजार रुपए तक का इलाज नि:शुल्क होगा।
राज्य सरकार ने कहा है कि इस फैसले से राज्य में 80 लाख से अधिक गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को कोरोना उपचार में राहत मिलेगी। इसके अलावा यह लाभ ऐसे कार्डधारकों को 10 जुलाई, 31 तक दिया जाएगा।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री विजय रूपानी की अध्यक्षता वाली कार्य समिति ने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसमें राज्य के सभी श्मशानों में काम करने वाले कर्मचारियों को कोरोना वारियर्स माना जाएगा और 1 अप्रैल, 2020 को आधार मानते हुए  उनको कोरोना वोर्रिएर्स को मिलने वाले सभी लाभ दिए जाएंगे।
ऐसे में अगर श्म्शान में ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी कोरोना के कारण जिंदगी से हाथ धो बैठता है, तो उसके वारिस को राज्य सरकार द्वारा 25 लाख सहायता और मुआवजा भी प्रदान किया जाएगा। इस निर्णय से श्मशान के कर्मचारियों और उनके परिवारों को कोरोना के कठिन समय में राहत अनुभव होगा।