गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम : इस बार मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तोड़ा अपना ही पिछला रिकॉर्ड, 1.9 लाख वोटों से हासिल की जीत

गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम : इस बार मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तोड़ा अपना ही पिछला रिकॉर्ड, 1.9 लाख वोटों से हासिल की जीत

उन्होंने कांग्रेस की अमीबेन याग्निक को हराया, पिछली बार कांग्रेस प्रत्याशी शशिकांत पटेल को 1.1 लाख की बढ़त के साथ हराया था

गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। बीजेपी ने इस बार पिछले बार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वही कांग्रेस की स्थिति पहले से भी बदतर हो गई है। जबकि तीसरे पक्ष के रूप में उभरी आम आदमी पार्टी कोई कमाल नहीं दिखा पाई। इस चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। इस बार उन्होंने कांग्रेस की अमीबेन याग्निक को हराया है। अमीबेन को सिर्फ 21120 वोट मिले। जबकि घाटलोडिया सीट पर आम आदमी पार्टी को 15902 वोट मिले थे। वहीं भूपेंद्र पटेल 191360 की बढ़त के साथ विजेता बन गए हैं।

 कांग्रेस की अमीबेन याग्निक को महज 21 हजार वोट मिले

 
भाजपा ने 2017 का चुनाव मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के नेतृत्व में लड़ा था। उस समय पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को उत्तर प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था। उसके बाद घाटलोडिया सीट पर भूपेंद्र पटेल को टिकट दिया था। जहां से उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी शशिकांत पटेल को हराया। उस समय भूपेंद्र पटेल ने 117750 की बढ़त के साथ चुनाव जीता था। उन्होंने इस बार यह रिकॉर्ड तोड़ा है और 73 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस की राज्यसभा सांसद अमीबेन याग्निक को महज 21 हजार वोट मिले थे

2017 में पहली बार घाटलोडिया सीट से चुनाव लड़ा


गौरतलब है कि घाटलोडिया सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। आनंदीबेन पटेल ने 2012 में इस सीट से जीत हासिल की थी। इस सीट ने बीजेपी को दो मुख्यमंत्री दिए हैं। अगस्त 2021 में बीजेपी ने अचानक विजय रुपाणी सरकार को बदल दिया। इस समय भाजपा में भारी उथल-पुथल मची हुई है। नए मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेंद्र पटेल के नाम की घोषणा की गई। उन्होंने शपथ ली और मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। तब से उनके द्वारा लड़ा गया यह पहला चुनाव था और भाजपा ने इसमें भारी जीत हासिल की।

मेमनगर पालिका सदस्य से मुख्यमंत्री तक का सफर


भूपेंद्र पटेल 1995 से 2004 तक अहमदाबाद में मेमनगर नगर पालिका के सदस्य थे। इसके बाद 1999 में वे मेमनगर नगर पालिका के अध्यक्ष बने। उन्होंने 2010 तक अहमदाबाद नगर निगम स्कूल बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला। फिर 2010 से 2015 तक थलतेज वार्ड के पार्षद रहे। 2017 में उन्होंने घाटलोडिया से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पंड्या को हराया और 117,750 के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की।