गुजरात: कल से शुरू होने जा रही हैं कक्षा 6 से 8 की तमाम कक्षाएं, कोरोना दिशानिर्देशों का पालन अनिवार्य

गुजरात: कल से शुरू होने जा रही हैं कक्षा 6 से 8 की तमाम कक्षाएं, कोरोना दिशानिर्देशों का पालन अनिवार्य

मास्क, सामाजिक दूरी जैसे नियमों का कड़ाई से होगा पालन, कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाएं पहले से ही शुरू

बीते डेढ़ साल से कोरोना के कारण देश के तमाम राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद चल रहे और सारे काम ऑनलाइन हो रहा है। हालांकि गुजरात अब धीरे-धीरे कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है। वर्तमान में गुजरात में कक्षा 9 से 12 की कक्षाएं बीते माह से शुरू हो चुकी है। साथ ही कक्षा-6 से 8 तक की कक्षाएं कल यानी 2 सितंबर से शुरू होने जा रही है। इसके लिए अहमदाबाद समेत कई शहरों के स्कूलों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। विद्यालय प्रबंधन कक्षा की सफाई और स्वच्छता अभियान भी शुरू किया गया है।
आपको बता दें कि विद्यालय खुल जाने से सितंबर से देश के कई राज्यों के स्कूलों में रौनक होगी लेकिन साथ ही एक डर भी है कि अगर बच्चों में कोरोना के मामले बढ़े तो क्या होगा? इस प्रकार कोरोना काल में स्कूलों के लिए सख्त दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि अब तक सिर्फ 9वीं से 12वीं तक के छात्र विद्यालय आते थे लेकिन अब 6वीं से 8वीं तक और छोटे बच्चे भी स्कूल आ रहे हैं। दिल्ली में कक्षा 9 से 12 के स्कूल शुरू हो रहे हैं। हरियाणा में कक्षा 4 और 5 के बच्चे स्कूल आने लगेंगे। उत्तर प्रदेश में 1 सितंबर से कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल शुरू हो चुके हैं। मध्य प्रदेश में कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों की पढ़ाई ऑफलाइन शुरू हो रही है। कर्नाटक में 18 महीने बाद कक्षा 9 से 12 शुरू हो रही है।  राजस्थान में भी कक्षा 9 से 12 की शुरुआत की जा रही है।  असम में कक्षा 10 से 12 के स्कूल फिर से धड़कने जा रहे हैं। गुजरात में 2 सितंबर से कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई शुरू हो रही है।
आपको बता दें कि विद्यालय में कोरोना की गाइडलाइंस पालन करना अनिवार्य होगा। कोरोना के दिशानिर्देशों के अनुसार विद्यालय में कक्षाएं 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ शुरू होंगे। सभी के लिए मास्क, सामाजिक दूरी, कर्मचारियों का टीकाकरण, लंच-टिफिन-पानी की बोतल घर से लाना आदि अनिवार्य हैं।
गौरतलब है कि राज्य के स्कूलों में सोमवार 26 जुलाई 2021 से ही 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए शारीरिक शिक्षा फिर से शुरू कर दी गई है। इन कक्षाओं को 50 फीसदी क्षमता के साथ शुरू किया गया था। इतना ही नहीं छात्रों की उपस्थिति के लिए माता-पिता की सहमति फॉर्म अनिवार्य किया गया था। हालांकि इसके साथ ही ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को भी बरकरार रखा गया।
राज्य सरकार ने इससे पहले 9 जुलाई को उच्च माध्यमिक कक्षा 12 कक्षाओं के साथ-साथ डिप्लोमा-डिग्री कॉलेज की कक्षाएं 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू की थीं। बाद में, 26 जुलाई से कक्षा 9वीं से 11वीं तक की स्कूली कक्षाएं भी शारीरिक रूप से शुरू की गईं।