गुजरात : अहमदाबाद महानगर पालिका ने लोगों को डस्टबिन दिया, लेकिन दो घंटे के भीतर लोग कर दिये वापस

गुजरात : अहमदाबाद महानगर पालिका ने लोगों को डस्टबिन दिया, लेकिन दो घंटे के भीतर लोग कर दिये वापस

नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराए गए कूड़ेदानों की गुणवत्ता घटिया होने की शिकायत की गई

गीला और सूखा कचरा अलग करने के लिए सरकार की ओर से कई विज्ञापन जारी किए गए हैं। हरे कचरे को हरे कूड़ेदान में और सूखे कचरे को नीले कूड़ेदान में डालने की बात कही गई है। अब अहमदाबाद महानगर पालिका  ने भी घरों में कूड़ेदान बांटे हैं। लेकिन कहा जाता है कि हाथी  के दांत को खाने और चबाने के अलग होते है। नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराए गए कूड़ेदानों की गुणवत्ता घटिया होने की शिकायत की गई है।
अहमदाबाद नगर निगम एक बार फिर कूड़ेदान को लेकर विवादों में आ गया है। स्थानीय लोगों ने कचरा जैसी कूड़ेदान है, कहते हुए डस्टबिन वापस कर दिये। घाटलोडिया के महिला पार्षद को अनेक लोगों की शिकायत मिली कि पालिका द्वारा वितरण किया जा रहा डस्टबिन हल्के गुणवत्ता की है।  इस मामले में भाजपा पार्षद द्वारा अहमदाबाद नगर निगम में शिकायत दर्ज कराई गई थी। भाजपा पार्षद ने केंद्रीय कार्यशाला के निदेशक विजय मिस्त्री के पास शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं घाटलोदिया वार्ड के जतिन पटेल ने कहा कि क्वालिटी को लेकर कोई शिकायत नहीं की गई है। डस्टबिन एक-एक में फिट हो गया है, जिससे उतारने में दिक्कत होने की शिकायत कर रहे हैं। 
अहमदाबाद में लोगों ने वार्ड में जाकर घटिया कूड़ेदान होने की शिकायत की।  लोगों का कहना है कि हमें आज सुबह कूड़ेदान दिए गए लेकिन कूड़ेदान के ढक्कन बंद नहीं हैं।  कुछ कूड़ेदान पहले ही टूटे हुए हैं। घाटलोदिया वार्ड में लोग कूड़ेदान बदलने पहुंचे। डस्टबिन बदलने आए लोगों ने बताया कि हमें दिया गया डस्टबिन खुलते ही ढक्कन टूट गए।
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