गुजरात : मालिक के गुजरने के बाद पालतू श्वान ने भी छोड़ा खाना-पीना, स्वामी के विरह में दी अपनी जान

गुजरात : मालिक के गुजरने के बाद पालतू श्वान ने भी छोड़ा खाना-पीना, स्वामी के विरह में दी अपनी जान

15 दिनों पहले ही मालिक की हुई थी हार्ट अटैक के कारण मृत्यु, निधन के बाद से ही छोड़ दिया था खाना-पीना

कुत्ते को दुनिया का सबसे वफादार प्राणी माना जाता है। अपने मालिक के लिए कुत्ते किसी भी परेशानी और विपदा के समय में भी साथ रहते है। इस बात का एक और उदाहरण सामने आया गुजरात के दांता से, जहां एक श्वान ने अपने मालिक के विरह में अपने प्राण त्याग दिये। दरअसल कुछ दिन पहले ही उसके मालिक की हार्ट अटैक के कारण मौत हुई थी। इसके बाद श्वान ने खाना-पीना छोड़ दिया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दांता में रहने वाले परिवार के मुखिया प्रवीण राठोड का 15 दिन पहले ही हार्ट अटैक के कारण निधन हुआ था। प्रवीणभाई के निधन के बाद घर का पालतू श्वान टोमी काफी देर तक भौंकता रहा था। हालांकि प्रवीण भाई के मृत देह को श्मशान ले जाने के बाद टोमी ने भौंकना तो बंद कर दिया। पर साथ में खाना-पीना भी बंद कर दिया। प्रवीण भाई की मृत्यु का सदमा उनका पालतू श्वान सहन नहीं कर पाया था। परिवार ने डॉक्टरों को बुलाकर उसका इलाज भी करवाया, पर कोई भी फायदा नहीं हुआ। प्रवीण भाई की मौत के एक सप्ताह के बाद ही टोमी ने भी अपने प्राण त्याग दिये। घर के बड़े भाई और परिवार के सदस्य समान पालतू श्वान की मृत्यु से घर के सभी लोगों को दोहरा झटका लगा है। 
उल्लेखनीय है की प्रवीण भाई ने चार महीने की उम्र से ही टोमी को अपने साथ रखा था। दोनों एक दूसरे के साथ काफी समय व्यतीत करते थे। ऐसे में दोनों के बीच भावनाओं का एक गहरा रिश्ता बंध चुका था। ऐसे में अचानक से प्रवीण भाई की मृत्यु हो जाने से टोमी काफी व्याकुल हो गया था और अपने स्वामी के गम में खाना-पीना छोड़ दिया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। परिवार वाले भी घर के दो सदस्यों की मृत्यु से काफी दुखी हो गए है।
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