गुजरात : सरकार बनी तो विभिन्न आंदोलनों के समय दर्ज मामले वापस लेने का आम आदमी पार्टी का वादा

गुजरात : सरकार बनी तो विभिन्न आंदोलनों के समय दर्ज मामले वापस लेने का आम आदमी पार्टी का वादा

पत्रकार परिषद में जानिये आप के जोइंट जनरल सेक्रेटरी इसुदान गढ़वी ने क्या कहा

गुजरात विधानसभा चुनावों की घोषणा दीपावली आने से पहले-पहले हो जायेगी, ऐसी प्रदेश में चर्चा है। उधर राजनीतिक दल अभी से जोर-आजमाइश में लग गये हैं। विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच बयानबाजी का दौर भी देखा जा रहा है। विगत वर्षों में राजनीनिक रूप से भाजपा की प्रदेश में जो भी कमजोर कड़ी रही हैं, उसे भुनाने में आप कोई कसर नहीं रख छोड़ रही। इसी क्रम में आप के नेशनल जोइंट जनरल सेक्रेटरी इसुदान गढ़वी ने वचन दिया है कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो पाटीदार आंदोलन के समय जिन पर पुलिस केस लगाये गये हैं, उन्हें वापस लिया जायेगा।


इसुदान गढ़वी ने पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए कहा है कि भाजपा पाटीदार अग्रणियों को अपनी पार्टी में सम्मिलित करती रही है। आपने देखा होगा कि 2017 में कुछ पाटीदार नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया था, उनकी आज क्या हालत हो गई है। ऐसे में भाजपा की छवि पाटीदार विरोधी हो गई है। इसी छवि को सुधारने के लिये पाटीदार युवकों का पुनः दुरुपयोग करने का भाजपा सोच रही है। इसुदान गढ़वी का संकेत पाटीदार नेता अल्पेश कथिरिया के संदर्भ में था जिनके राजनीति में प्रवेश को लेकर प्रदेश में अटकलें चल रही हैं। 


इसुदान गढ़वी ने कहा कि कल्पेश भाजपा को बेहजर ढंग से जानते हैं। भाजपा ने अल्पेश सहित तमाम पाटीदार युवकों को जुलम ढाया है। उन्हें बार-बार जेल में धकेला है। आंदोलन के दौरान जिनकी मृत्यु हो गई थी उन्हें शहीद का दर्जा भी नहीं दिया है। उन्होंने पाटीदार अग्रणियों को आह्वान किया कि जिंदगी में अवसर बार-बार नहीं मिलते। हार्दिक पटेल डर गये और भाजपा में शामिल हो गये, लेकिन आज हार्दिक की क्या हालत है। 2017 से पहले भाजपा में शामिल हुए पाटीदार युवकों की क्या स्थिति है। ऐसे में मुझे नहीं लगता कि अब एक भी पाटीदार युवक भाजपा के जाल में फंसेगा। गढ़वी ने कहा कि आम आदमी पार्टी गुजरात के युवाओं के भविष्य को सुधारने के लिये प्रतिबद्ध है। आप गुजरात के युवाओं के लिये, बेरोजगार युवाओं के लिये लड़ रही है। आप किसानों और कर्मचारियों के लिये लड़ रही है। उन्होंने कहा कि पाटीदार आंदोलन, किसान आंदोलन, मालधारी आंदोलन, आदिवासी आंदोलन, एलआरडी महिला-पुरुष आंदोलन, करणी सेना के आंदोलन के दौरान जो भी मामले दर्ज हुए है, उन्हें आम आदमी की सरकार बनते ही वापस ले लिया जायेगा।