अन्य प्रदेशों से गुजरात आने वाले मुसाफिरों के लिये अच्छी खबर है, RT-PCR ‌रिपोर्ट को लेकर ये निर्णय लिया गया

अन्य प्रदेशों से गुजरात आने वाले मुसाफिरों के लिये अच्छी खबर है, RT-PCR ‌रिपोर्ट को लेकर ये निर्णय लिया गया

पहले 72 घंटे के भीतर का आरटीपीसीआर टेस्ट था अनिवार्य, डेढ महीने में सरकार ने तीसरी बार बदला फैसला

गुजरात सरकार ने अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए rt-pcr संबंधित नियमों में डेढ महीने में तीसरी बार संशोधन किया है। पिछले महीने कोरोना के केस बढ़ने से राज्य सरकार ने अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए 72 घंटे के भीतर का आरटी-पीसीआर टेस्ट नेगेटिव टेस्ट अनिवार्य किया था। इसके पश्चात अब राज्य सरकार ने अन्य राज्यों से आने वालों के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। कोरोना केस अभी भी नियंत्रण में नहीं है और राज्य सरकार ने आरटी पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता समाप्त कर देने से सभी आश्चर्यचकित हैं। 
राज्य सरकार की ओर से हाल में ही जारी गाइडलाइन के अनुसार यदि किसी का रैपिड टेस्ट या rt-pcr पॉजिटिव होतो उसे फिर से टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। कोरोनावायरस के कारण होस्पिटल में उपचाराधिन मरीज को हॉस्पिटल से छुट्टी देते समय उसे कोविड का टेस्ट कराने की आवश्यकता नहीं है। अन्य राज्य से आने वालों के लिए भी rt-pcr जांच की अनिवार्य अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। जिन लोगों को कोरोनावायरस लक्षण दिखाई दें या बुखार हो उन्हें यात्रा टालने की सूचना दी गई है। बीते डेढ़ महीने में राज्य सरकार की ओर से यह तीसरी बार परिवर्तन किया गया है।
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर अब तक अन्य राज्यों से आने वाले तमाम यात्रियों को 72 घंटे के भीतर का आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट देखने के बाद ही टनल के बाहर निकलने की मंजूरी दी जाती थी और यदि किसी के पास रिपोर्ट नहीं हो तो उसे वहीं पर जांच की व्यवस्था की गई है। रिपोर्ट आने तक यात्री को एयरपोर्ट में ही 5 से 6 घंटे तक बैठना पड़ता था जिसके चलते यात्रियों की परेशानी बढ़ जाती थी।
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo : IANS)
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमों में परिवर्तन करके सिर्फ अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को रोका जाता था। यदि वह यात्री अहमदाबाद का हो तो आधार कार्ड दिखाकर जा सकता था हालांकि अब सरकार की ओर से नियमों में तीसरी बार परिवर्तन किया गया है और यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता समाप्त कर दिए जाने से अब अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को टेस्ट के नाम पर परेशान नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण सरकार ने आरटी पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता समाप्त करने के साथ कुछ छूट छूाट देने की शुरुआत की है। लेकिन लोगों में भय है कि यदि इस छूट के बाद फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे तो फिर से दिक्कत शुरू हो जाएगी। क्योंकि पिछली बार कोरोना की पहली लहर के समय केस कम होने के बाद सरकार ने बड़े पैमाने पर छूट देना शुरू किया था। इसके कारण लोगों को यह दिन देखना पड़ रहा है। लोगों का मानना है कि अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट अनिवार्य होना चाहिए। वह बाहर से आकर रिपोर्ट दिखाएं इसके बाद ही उन्हें अपनी मंजिल तक जाने की अनुमति होनी चाहिए।
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