IMA के पूर्व प्रमुख ने दिया निवेदन, वैक्सीन ली होगी तो नहीं होना पड़ेगा अस्पताल में दाखिल

हर्ड इम्यूनिटी से हासिल की जा सकती है कोरोना के प्रभाव पर जीत, डॉक्टरों ने की वैक्सीनेशन बढ़ाने की बात

राज्य में कोरोना वायरस के केस काफी बढ्ने लगे है। ऐसे में तंत्र द्वारा लोगों को मास्क और सामाजिक अंतर के नियमों का पालन करने की अपील की गई है। इसके अलावा जो लोग इन नियमों का पालन नहीं कर रहे उनसे दंड भी वसूला जा रहा है। ऐसे में इंडियन मेडिकल असोशिएशन के गुजरात ब्रांच के पूर्व प्रमुख द्वारा बयान दिया गया है। 
IMA गुजरात ब्रांच की पूर्व प्रमुख के डॉक्टर चंद्रेश जरदोष ने बताया की 18 साल की अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका दिया जाना चाहिए। यदि टीका लिया होगा तो कोरोना वैक्सीन होने के बावजूद आपकी तबीयत स्थिर रहेगी और अस्पताल में दाखिल नहीं होना पड़ेगा। इसके अलावा इंडियन मेडिकल असोशिएशन से जुड़े डॉक्टरों का कहना है की सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर की संख्या में इजाफा करना होगा। 
फिलहाल कोरोना का टीका मात्र सरकार के पास मिलती है। पर उनका कहना है की कोरोना वैक्सीन ओपन मार्केट में भी मिले ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। यदि राज्य में 50 से 60 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण हो पाएगा, तभी लोगों में हर्ड इम्यूनिटी पाई जा सकेगी और हम जल्द से जल्द कोरोना महामारी के इस प्रकोप से बाहर आ सकेगे। 
इसके अलावा टीके का नुकसान होने से रोकने के लिए भी डॉक्टरों ने सुझाव दिया है। उन्होंने कहा की अभी टीका 10 वायल में आ रहा है, जिसकी जगह उसे 5 वायल में बनानी चाहिए। इसके अलावा सरकार को कोरोना वैक्सीन का उत्पादन भी बढ़न होगा। बता दे की राज्य में 30 मार्च को कोरोना के 2220 पॉज़िटिव केस सामने आए थे। फिलहाल राज्य में रिकवरी रेट 94.51 दर्ज किया गया है। पूरे राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 12263 है और 4510 लोगों की मौत हो चुकी है। 
Tags: