सब्जी और प्याज की फसल को नुकसान करने वाले पार्थीनियम घास से परेशान हैं किसान, जानिए आखिर क्या है यह बला

सब्जी और प्याज की फसल को नुकसान करने वाले पार्थीनियम घास से परेशान हैं किसान, जानिए आखिर क्या है यह बला

कृषि वैज्ञानिक अभी तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं खोज पाए

भारत में बेमौसम बारिश के कारण किसानों को हमेशा अपनी फसल को लेकर परेशानी होती है लेकिन इस समय किसान बारिश नहीं होने के कारण फसल में उगने वाली पारथेनियम घास से किसान काफी परेशान हैं। आपको बता दें कि सब्जी और प्याज के खेतों में उग रही पार्थेनियम घास किसानों की फसल बर्बाद कर रही है। लाख उपाय करने के बाद भी किसान इस खरपतवार को अपनी फसल से नहीं हटा पा रहे हैं। एक बार जब यह घास उग आती है तो प्याज जैसी फसलों से इसे हटाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि प्याज को मिट्टी से उठाए जाने के साथ ही उखाड़ दिया जाता है।
इसके बारे में किसानों का कहना है कि फसल में पार्थेनियम घास उगने से प्याज के साथ अन्य फसलें भी धीरे-धीरे इसकी चपेट में आ रही हैं। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए बिहार के किसानों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात की है कि पार्थेनियम की इस समस्या से जल्द से जल्द निजात मिले। किसानों का कहना है कि दियारांचल में एक चौथाई से अधिक फसल प्रभावित हुई है। किसानों के अनुसार पार्थेनियम घास पिछले चार दशकों से किसानों के लिए एक समस्या बनी हुई है। किसानों ने इस मुद्दे को बिहार विधानसभा के समक्ष उठाया है, लेकिन उन्हें अभी तक इसका कोई लाभ नहीं मिला है। पार्थेनियम घास के बारे में किसानों का कहना है कि जब हम इसे फसल के बीच से उखाड़ते हैं तो इससे हाथों पर खुजली होती है और एलर्जी होती है। कृषि वैज्ञानिक अभी तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं खोज पाए हैं।
किसान युवराज चंद्रविजय सिंह ने मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, कृषि विभाग के प्रमुख सचिव और वीर कुंवर सिंह कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को दियारांचल में किसानों की समस्याओं को लेकर पत्र भी लिखा है, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पार्थेनियम घास के बारे में वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह घास उत्तरी अमेरिका के उष्णकटिबंधीय भागों में सबसे अधिक पाई जाती है और भारत में यह घास गेहूं के बीज के साथ आई है। यह एक जड़ी-बूटी वाला पौधा है, जिसकी ऊंचाई लगभग 90 सेमी से एक मीटर तक होती है। वर्तमान अवस्था में इससे बचने के लिए किसान पार्थेनियम घास को फूल आने से पहले समय पर नष्ट कर दें, ताकि उसके बीज न फैलें और छोटे पौधों को भी हाथ से उखाड़ दिया जाए। इस बात का ध्यान रखें कि पौधे को उठाते समय हाथों पर दस्ताने जरूर पहनें ताकि इससे आपके हाथों को नुकसान न पहुंचे।