पर्यावरण दिवस विशेष : वायु प्रदूषण और कोरोना की तीसरी लहर से चिंता

पर्यावरण दिवस विशेष : वायु प्रदूषण और कोरोना की तीसरी लहर से चिंता

बढ़ रहे वायु प्रदूषण के बीच कोरोना के कारण पड़ सकता है स्वास्थ्य पर दोहरा प्रतिकूल असर

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को लेकर वायु गुणवत्ता आयोग को पहले से ही अलर्ट हो गया है। आयोग का मानना ​​है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर के दौरान वायु प्रदूषण को नियंत्रण में नहीं रखा गया तो इसका मानव स्वास्थ्य पर दोहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। जिसको लेकर सरकार और तंत्र अभी से तैयारी  में लग गया है। 
बता दे की पिछले काफी समय से दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की समस्या काफी बढ़ गई है। हर साल सितंबर महीने से ही एनसीआर के हवामान में बदलाव होने लगता है और हवा की गुणवत्ता खराब होने लगती है। अक्टूबर माह में पराली जलाने का चलन भी जोर पकड़ रहा है। इस दौरान हवा की गुणवत्ता और भी ज्यादा बिगड़ने लगती है। जिसके चलते लोगों को अधिक परेशानी होती है। ऐसे में यदि कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना रहा तो प्रदूषण के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड सकता है। ऐसे में सरकार इस बारे में विचार कर रही है कि कोरोना काल में वायु प्रदूषण को कैसे रोका जाए।