कोरोना काल में साबरमती सेंट्रल जेल के कैदियों ने मिलकर की करोड़ों की कमाई

कोरोना काल में साबरमती सेंट्रल जेल के कैदियों ने मिलकर की करोड़ों की कमाई

जेल के विभिन्न विभागों ने मिलकर मात्र के साल में की साढ़े तीन करोड़ से भी अधिक की कमाई

विश्व भर में फैली कोरोना महामारी के कारण साल 2020 और 2021 देश भर में सबसे कठिन समय रहा है। महामारी के कारण देश भर में व्यापार और रोजगार एकदम मृतप्राय अवस्था में पहुँच गए थे। महामारी के दौरान देश भर में बेरोजगारी दर में भी काफी वृद्धि हुई। पर इसी समय में गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में कैदियों ने नए नए व्यवस्यों के साथ पूरे साल में 3.78 करोड़ की कमाई की। 
कोरोना के कठिन समय का देश भर के कारोबार पर गहरा असर पड़ा है। अधिकांश व्यवसाय के बंद होने के कारण देश के जीडीपी को भी काफी असर पहुंची। पर इस दौरान भी साबरमती सेंट्रल जेल के केदियों ने आत्मनिर्भरता अपनाते हुये एक साल में 3.78 करोड़ की आय की थी। इस दौरान जेल के बुनाई विभाग ने 1.89 करोड़, सुथारी विभाग ने 44.10 लाख, बेकरी विभाग ने 52.62 लाख, भजिया विभाग ने 26.58 लाख, दर्जी विभाग ने 47.84 लाख, बाइंडिंग विभाग ने 15.07 लाख और धोबी विभाग ने 2.62 लाख का कारोबार किया था। 
कोरोना के समय में सरकार हमेशा से ही लोगों को आत्मनिर्भर रहने की सलाह दे रही है। लेकिन जेल की चारदीवारी में बंद कैदियों द्वारा आत्मनिर्भरता दिखाये जाने की इस घटना ने देश के व्यापारियों को भी एक सबक सिखाया है। एक और जहां नए स्थापित उद्योग बंद होने के कगार पर थे। वहां कैदियों द्वारा 3 नए उद्योग शुरू किए गए और धीरे-धीरे आत्मनिर्भर कैदियों की संख्या भी बढ़ने लगी। साबरमती सेंट्रल जेल जहां 250 कैदियों के साथ उद्योग विभाग शुरू किया गया था। वहाँ आज 550 कैदी अपनी रोजीरोटी कमा रहे है।