सूरत जिले में मानसून में घातक लेप्टोस्पायरोसिस के खिलाफ एहतियाती उपायों की मांग

सूरत जिले में मानसून में घातक लेप्टोस्पायरोसिस के खिलाफ एहतियाती उपायों की मांग

बारिश के मौसम में किसानों और मजदुरों के लिए जानलेवा लेप्टोस्पायरोसीस की रोकथाम के लिए स्वास्थ विभाग उचित कदम उठाने के लिए डीडीओं को ज्ञापन दिया गया।

जिले में  24 घंटे कंट्रोल रूम सहित डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को भरने की मांग की
सूरत जिला पंचायत के पूर्व सदस्य दर्शन नायक ने सूरत जिले में हर मानसून में होने वाले घातक लेप्टोस्पायरोसिस के खिलाफ एहतियाती कदम उठाने और तालुका स्वास्थ्य अधिकारी के आठ रिक्त पदों को भरने की मांग के साथ जिला विकास अधिकारी को ज्ञापन दिया।
दर्शन नायक ने ज्ञापन में कहा, जिले में हर मानसून के दौरान घातक लेप्टोस्पायरोसिस रोग किसानो और मजदुरो में होता है। जिले के नौ तालुकों में गन्ना और धान जैसी फसलें बड़ी मात्रा में पाई जाती हैं इन दोनों फसलों को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। इन फसलों में बड़े पैमाने पर सुअरों और चूहों के उत्पीड़न से किसानो को त्रस्त कर दिया है। जिला पंचायत स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑपरेशन किया जा रहा है लेकिन लोगों तक पहुंचने और लेप्टोस्पायरोसिस के खिलाफ एहतियाती उपाय करने के लिए आगे की योजना बनाने की मांग की गई है।
दर्शन नायक ने कहा कि जिला एवं तालुका स्तर पर 24 घंटे नियंत्रण कक्ष अग्रिम रूप से स्थापित किये जाये, सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वीकृत चिकित्सा अधिकारी एवं पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाये, चिकित्सा अधिकारी रात्रि में भी अपनी ड्यूटी करें, सीएचसी से समन्वय कर जिला स्तर पर बीमारी की निगरानी के लिए जिम्मेदार टीम बनाएं। तालुका में जहां रोग की घटनाएं अधिक प्रचलित है वहा शाम 5 बजे के बाद मार्गदर्शन पत्रिका, नुक्कड़ नाटक, मीडिया के माध्यम से जागरूकता अभियान चलानए। स्वास्थ्य केंद्र पर रोग संबंधित दवाओं व संबंधित उपकरणों का स्टॉक रखने की पूर्व योजना बनाए।तालुकाओं में जहां पिछले वर्षों में रोग प्रभावित हुआ है, उन ग्राम पंचायतों, सहकारी समितियों, सरपंचों, तालुका पंचायतों, जिला पंचायत सदस्यों को इस संबंध में निर्देशित किया जाना चाहिए और खेत में लेप्टोस्पायरोसिस के प्रसार को रोकने के लिए उनकी सेवाओं का लाभ उठाया जाना चाहिए। 
इसके अलावा नौ तालुकाओं में स्वास्थ्य अधिकारी के पदों के सामने एक मात्र  उमरपाड़ा में केवल एक तालुका स्वास्थ्य अधिकारी नियमित है। बाकी कामराज ,ओलपाड, माडवी, महुवा, पलसाना, बारडोली, चोयासी तहसिल स्वास्थ प्रभारी पर चल रहा है जिससे तालुका स्तर पर स्वास्थ्य प्रशासन काफी खराब हो गया है। नियमित तालुका स्वास्थ्य अधिकारियों की भर्ती के लिए तत्काल प्रभाव से कदम उठाए जाने चाहिए। यदि गांधीनगर सचिवालय स्वास्थ्य विभाग द्वारा तालुका स्वास्थ्य अधिकारी के पदों को भरा जाता है तो गांधीनगर स्तर से रिक्ति पदो को तत्काल आधार पर भरने की मांग की जाए।
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