क्रिप्टोकरंसी : पंद्रह दिन में पैसे दुगने कराने के चक्कर में सिर्फ सूरत के लोगों ने गवाएं हजार करोड़

क्रिप्टोकरंसी के बढ़ते क्रेज़ के कारण और CJ और G9 जैसी योजनाएं जो मात्र 15 दिनों में पैसे दुगना करने की बात के कारण क़र्ज़ ले कर भी पैसे लगा रहे लोग

आज के समय में क्रिप्टोकरंसी एक बहुत लोकप्रिय और प्रचलित बन चुका है। टीवी और रेडियो पर क्रिप्टोकरंसी के महत्व को बताने वाले बहुत से विज्ञापन चलते रहते है। इसी के साथ इसमें धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। सूरत पुलिस को अपनी जाँच में एक हजार करोड़ से ज्यादा ठगी के मामले सामने आये हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि क्रिप्टोकरंसी के नाम पर हजारों परिवार पंद्रह दिनों में पैसे डबल करने के लालच में फंस गए हैं। CJ और G9 जैसी योजनाएं जो मात्र 15 दिनों में पैसे दुगना करने की बात कहती हैं, इसके लिए लोग अपन संपत्ति और आभूषणों को गिरवी रखपैसा जमा करते हैं। मात्र वराछा क्षेत्र में कुछ गिरोह पिछले पांच साल से पूरे भारत और दुनिया को ठग रहे हैं।
जानकारी के अनुसार इस बार इस गिरोह ने अकेले सूरत के लोगों से एक हजार करोड़ रुपये लिए हैं। इन योजनाओं में प्रतिदिन दो से पांच प्रतिशत ब्याज और प्रति घंटे एक प्रतिशत ब्याज का लालच दिया जाता है। अब वराछा क्रिप्टोकरेंसी की आड़ में पूरी दुनिया को ठगने का अड्डा बन गया है। पुलिस की शाखाएं इस मामले की तमाम बारीकियों से वाकिफ हैं लेकिन परदे के पीछे करोड़ों रुपये के कारण ये ठग पिछले पांच साल से नगदी का धंधा चला रहे हैं।
बता दें कि पिछले छह महीने से चल रही सीजे नाम की योजना में लोगों को एक पखवाड़े में अपने घरों और दुकानों को गिरवी रख कर करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। सूरत में यह आंकड़ा एक हजार करोड़ से अधिक होने का अनुमान है। अगर पूरे भारत में इस योजना की जांच की जाए तो यह आंकड़ा चौंकाने वाला हो सकता है। इसके अलावा, इस योजना को मार्केटिंग रणनीति के माध्यम से पूरी दुनिया में फैलाया गया था। तो इस योजना में धोखाधड़ी का आंकड़ा अविश्वसनीय हो सकता है।
गौरतलब है कि इन योजनाओं में निवेश के लिए लोग अपनी संपति और आभूषण गिरवी रखकर या फिर क़र्ज़ लेकर पैसों का इंतजाम कर रहे है। ऐसे में पैसे डूब जाने पर इन लोगों की स्थिति और दयनीय बन जाती है। कई मामलों में तो लोगों के पास आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता।