हैदराबाद में क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़, 5 गिरफ्तार

हैदराबाद में क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़, 5 गिरफ्तार

घटनास्थल पर से 20 लाख से अधिक नकद जप्त की गई, लैपटॉप और 30 से अधिक मोबाइल किए गए जप्त

हैदराबाद, 22 जून (आईएएनएस)| साइबराबाद पुलिस ने पांच सट्टेबाजों की गिरफ्तारी और 20 लाख रुपये से अधिक नकद जब्त कर एक ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। साइबराबाद के पुलिस आयुक्त वी.सी सज्जनर ने मंगलवार को कहा कि गिरफ्तारी स्पेशल ऑपरेशन टीम (एसओटी), माधापुर जोन द्वारा की गई थी, जो मौजूदा पीएसएल (पाकिस्तान सुपर लीग) 2021 के मद्देनजर सट्टेबाजी की गतिविधि पर कड़ी नजर रखे हुए है।
एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसओटी कर्मियों ने सोमवार की तड़के बाचुपल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत निजामपेट में छापेमारी की और क्रिकेट सट्टेबाजी से संबंधित पैसे का आदान-प्रदान करते हुए पांच सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से 20.50 लाख रुपये नकद, एक सट्टेबाजी का बोर्ड, एक लैपटॉप, 33 मोबाइल फोन, एक एमआई टीवी और एक हैथवे राउटर जब्त किया है।  
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo : IANS)
मामले के सभी छह आरोपी आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। तीन आरोपी आयोजक हैं। पूर्वी गोदावरी जिले का रहने वाला मुख्य आयोजक सोमन्ना फरार है। पुलिस के अनुसार, सोमन्ना तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में इस ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी में प्रमुख व्यक्ति था। गुंटूरी सत्य पवन कुमार और उद्दरा राजू सतीश राजू ने मुख्य आयोजक से मेनलाइन एक्सेस लिया। अभियुक्तों ने त्रिनाथ, नंदीपामु भास्कर और जक्कापुडी प्रसाद को कम्युनिकेटर बोर्ड, लैपटॉप संचालित करने के लिए काम पर रखा, जो मेन लाइन से जुड़े हुए हैं। कमीशन के लिए हैदराबाद में कई सटोरियों के पास उनकी ऑनलाइन पहुंच थी।
एजेंटों द्वारा उपलब्ध कराए गए लाइव लाइन गुरु, क्रिकेट मजाज, लोटस, बेट-365, बेट फेयर जैसे ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप में समय-समय पर जुआरी/पंटरों के लाभ और हानि को देखा जा सकता है। क्रिकेट सट्टेबाजी के अवैध नकद भुगतान लेनदेन ऑनलाइन थे, लेकिन कुछ मामलों में यह नकद के लेनदेन से था। पुलिस ने कहा कि सोमन्ना और पवन कुमार के बीच नकद लेनदेन हवाला पैसे के जरिए हुआ। यह देखा गया है कि कई युवा इस ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी में लिप्त हैं और ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी के माध्यम से बड़ी मात्रा में धन का नुकसान हुआ है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पता चला है कि सट्टेबाजी में पैसे की हानि और सटोरियों को चुकाने के लिए लोग हाथ से कर्ज ले रहे हैं या संपत्ति बेच रहे हैं।
(Disclaimer: यह खबर सीधे समाचार एजेंसी की सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है। इसे लोकतेज टीम ने संपादित नहीं किया है।)
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