कोरोना ने बिगाड़ा ज्वेलर्स का गणित, 1000 करोड़ का व्यापार हुआ प्रभावित

कोरोना ने बिगाड़ा ज्वेलर्स का गणित, 1000 करोड़ का व्यापार हुआ प्रभावित

कोरोना और सोने के बढ़ते दामों की वजह से कम हुआ सोने का कारोबार, 50% प्रतिशत कम हुये ऑर्डर

सूरत सहित गुजरात भर में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है जिसके चलते व्यापार उद्योग को बड़ा नुकसान हुआ है। कोरोना के कारण ज्वेलरी के व्यापार पर भी बुरा असर पड़ा है। पिछले साल भी कोरोना ने लग्नसरा के सीजन में  दस्तक दी थी और इस साल भी वही परिस्थिति है। जिसके चलते ज्वेलर्स के पास सिर्फ 30% काम बचा है। 
सूरत शहर में 2500 ज्वेलर और मैन्युफैक्चर लग्नसरा की सीजन में लगभग 1000 करोड रुपए का व्यापार करते हैं। इस बार कोरोना के कारण  रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है साथ ही मे अन्य कई कड़े निर्णय लागू कर दिए गए है। जिसके चलते शादी ब्याह के कई कार्यक्रम रद्द कर देने पड़े। इस कारण ज्वेलरी  के व्यापार पर असर पड़ा है। स्थानीय कहना है कि ब्याह में ज्वेलरी के पीछे बड़ा खर्च होता है लेकिन इस बार कोरोना  के कारण लोग आर्थिक तौर से परेशान है। इसलिए उन्होंने अपना बजट मर्यादित कर दिया है। कई लोगों ने तो ज्वेलरी के आर्डर 50% रद्द कर दिए है।  इस कारण 70% व्यापार पर बुरा असर पड़ा है। 
ज्वेलर दीपक चौकसी ने मीडिया को बताया कि शादी ब्याह के  कई प्रसंग रद हो जाने के कारण ज्वेलरी की मांग 50% घट गई है। होली के बाद 2 महीने तक शादी ब्याह के लिए ज्वेलरी के आर्डर मिलते हैं लेकिन इस बार  कोरोना का ग्रहण लग गया है। 
इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन के नैनेष पच्चीगर ने बताया कि सोने की कीमत फिर से बढ़कर 49000 के पास पहुंच गई है जिसके चलते जो लोग खरीदी करने वाले थे वह लोग रुक गए हैं। सूरत में कम लेबर चार्ज होने के कारण मुंबई की जॉब वर्क भी मिलते थे वह भी इन दिनों रुक गए हैं। इसके अलावा ज्वेलरी की डिमांड घटी है। इसका बड़ा कारण यह है कि किसानों को शुगर फैक्ट्री की ओर से इस बार जो कीमत दी गई है। वह भी बहुत कम है 5 साल में वह सबसे कम होने के कारण ज्वेलरी के आर्डर कम मिले हैं। इसके अलावा कई क्षेत्रों में कमौसमी बरसात के कारण भी किसान परेशान है।