गुजरात : मई के दूसरे सप्ताह तक कोरोना मामलों में आ सकती है कमी

गुजरात : मई के दूसरे सप्ताह तक कोरोना मामलों में आ सकती है कमी

जानें क्या है विशेषज्ञों की राय

गुजरात में पिछले काफी दिनों से कोरोना की स्थिति काफी विकराल बनी हुई है। रोज आ रहे केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में एक्स्पर्ट्स ने एक और चेतावनी जाहीर की है। बढ़ते हुये केसों के बीच एक्स्पर्ट्स का कहना है की अभी भी दो से तीन सप्ताह गुजरात के लिए काफी खतरनाक है। शायद 15 मई के बाद से कोरोना के केस कम हो ऐसी शक्यता है। हालांकि उसके पहले केस लगातार बढ़ते जाएँगे। 
गुजरात में स्थानीय निकाय के चुनावों के बाद से ही कोरोना के केसों मे अचानक से इजाफा होना शुरू हुआ था। हालांकि इस बार शुरू हुये कोरोना की इस दूसरी लहर में वायरस की पेटर्न भी बदल गई है। कोरोना की दूसरी लहर में अधिकतर मरीज कोरोना के डबल म्यूटेंट का शिकार हुये है। जिसके कारण अधिकतर संक्रमित मरीजों को ऑक्सीज़न की जरूरत पड़ रही है। इसके अलावा इस बार संक्रमण की गति भी काफी तेज है। कोरोना का यह डबल म्यूटेंट काफी तेजी से फेफड़ों में फ़ेल रहा है, जिसके कारण यह अत्यंत खतरनाक है। 

लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना के केसों को देखते हुये विशेषज्ञों का कहना है की अभी भी दो से तीन हफ्तों तक केस की संख्या काफी तेजी से बढ़ेगी। हालांकि यदि गुजरात में लोगों द्वारा स्वयंभू लोकडाउन किया जाये तो आने वाले 10 दिनों में केसों में काफी कमी लाई जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को टालने के लिए टीकाकरण ही एक मुख्य हथियार है। बता दे कि गुजरात में अब तक 1 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो चुका है। ऐसे में यदि जल्द से जल्द टीका करण करवाया जाये तो जल्द ही गुजरात कोरोना मुक्त हो सकता है।