केंद्र सरकार ने जाहिर की नई मार्गदर्शिका, रेमडेसीविर की जरूरत वाले होम क्वॉरेंटाइन मरीजों को होना होगा अस्पताल में एडमिट

केंद्र सरकार ने जाहिर की नई मार्गदर्शिका, रेमडेसीविर की जरूरत वाले होम क्वॉरेंटाइन मरीजों को होना होगा अस्पताल में एडमिट

लगातार 7 दिन से अधिक बुखार आने पर दवा के स्वरूप में दिये जाएगे स्टेरोइड्स

पिछले काफी दिनों से देशभर में कोरोना के मरीजों के लिए सबसे अधिक काम आने वाले रेमड़ेसिविर इंजेक्शन को लेकर अलग-अलग खबरें सामने आ रही है। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा रेमड़ेसिविर की कालाबाजारी रोकने के लिए और मरीजों को समय पर इसका लाभ दिलवाने के लिए नई मार्गदर्शिका जाहिर की है। केंद्र सरकार के आरोग्य विभाग द्वारा जाहीर इस नई मार्गदर्शिका के अनुसार, कोरोना का शिकार होने वाले होम क्वॉरेंटाइन मरीजों को यदि रेमड़ेसिविर इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है तो उन्हें अस्पताल में भर्ती होना होगा।
इसके अलावा भी केंद्र सरकार के आरोग्य विभाग द्वारा अन्य कई महत्वपूर्ण मार्गदर्शिका जाहीर की गई है। आरोग्य विभाग द्वारा जारी की गई मार्गदर्शिका के कुछ महत्व के निर्देश इस तरह है। 
- कोरोना के कारण होम क्वॉरेंटाइन मरीज को यदि 7 दिन से अधिक बुखार आता है और जोरदार खांसी आती हो, तो ऐसेमें उन्हें मुंह से दिए जाने वाले दवा के स्वरूप में स्टेरॉइड्स देने होंगे। इन स्टेरॉइड्स के डोज़ का प्रमाण डॉक्टर की सलाह के अनुसार तय किया जाएगा। 
- इसके अलावा ब्लड प्रेशर, डायबिटीज दिल का दौरा, फेफड़ों की बीमारी और लीवर तथा किडनी की बीमारी वाले व्यक्तियों के आरोग्य की भी पूरी जांच करने के बाद  ही उन्हें होम क्वॉरेंटाइन करने का निर्णय लिया जाएगा। 
- यदि किसी होम क्वॉरेंटाइन मरीज को बुखार और सांस की तकलीफ दिखाई दे, तो उसे कोरोना संक्रमित मरीज की तरह ही इलाज करवाना रहेगा इसके अलावा गर्म पानी से कुल्ला करना और बांफ लेना शुरू करना होगा।
- 650 एमजी पेरासिटामोल देने के बाद भी यदि किसी का बुखार कंट्रोल में नहीं आता हो, तो ऐसे मरीज को अस्पताल में डॉक्टर का संपर्क करे। इसके अलावा 250 एमजी की नेप्राक्सोन टेबलेट ले सकते है। गुजरात सरकार ने इसके लिए पहले से ही 5 लाख टेबलेट खरीदने के टेंडर दे दिए हैं।
- यदि रूम एयर पर ऑक्सीजन का लेवल 94% से नीचे आ जाए, छाती में लगातार दर्द हो और और अशांति का अनुभव हो ऐसे में दवा ले सकते हैं। कोरोना हुए मरीजों को 10 दिन के बाद होम क्वॉरेंटाइन से मुक्त किया जा सकता है।
- यदि ऐसे मरीजों को लगातार तीन दिन तक बुखार ना आए तो भी उन्हें मुक्त किया जा सकेगा। होम आइसोलेशन की समय मर्यादा पूर्ण होने के बाद फिर से टेस्ट करने की जरूरत भी नहीं रहेगी।  
- केंद्र सरकार ने निर्देश दिए हैं राज्य सरकार के सभी फील्ड स्टाफ तथा सदस्यों को होम क्वॉरेंटाइन हुए मरीजों की जांच की जाये। कॉल सेंटरों से लगातार फोन करके उनके हेल्थ की जानकारी लेनी रहेगी। होम क्वॉरेंटाइन मरीजों का बुखार और ऑक्सीजन लेवल चेक करना रहेगा, जिसका रिकॉर्ड नियमित रूप से अपडेट करना रहेगा।