बिहार: न बैंड, न बाजा, सेहरा बांध अकेले पहुंचा दूल्हा और दुल्हन साथ लिए सात फेरे

बिहार: न बैंड, न बाजा, सेहरा बांध अकेले पहुंचा दूल्हा और दुल्हन साथ लिए सात फेरे

प्रखंड विकास अधिकारी ने खुद पहुँचकर दिया आशीर्वाद, युवक की पहल को बताया सराहनीय

बांका (बिहार), 24 मई (आईएएनएस)| बिहार में कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों से शादी - विवाह सहित अन्य सामाजिक समारोहों को कुछ दिन टालने या समारोह में कम लोगों के शामिल होने की अपील की है। इस बीच, एक युवक ने मुख्यमंत्री की बातों पर अमल करते हुए बिना बैंड-बाजा और बाराती के अकेले ही शादी का फैसला लिया और साइकिल से अपनी दुल्हन के घर पहुंच गया। दूल्हे और दुल्हन ने सात फेरे लिए और सुबह अपनी दुल्हन को भी साइकिल से ही विदा करवाकर दूल्हा अपने घर ले आया।
भागलपुर के सुल्तानगंज प्रखंड के नयागांव पंचायत के उचकागांव के रहने वाले अनिल तांती के पुत्र गौतम कुमार (24) की शादी पिछले साल जनवरी में ही बांका जिले के शंभूगंज प्रखंड के भरतशिला गांव के रहने वाले ब्रह्मदेव तांती की पुत्री कुमकुम कुमारी से तय हुई थी। लेकिन, कोरोना महामारी की वजह से उस समय ये शादी टल गई। इस साल भी जब विवाह का लग्न प्रारंभ हुआ, कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी और फिर लॉकडाउन लग गया। इसके बाद फिर गौतम की शादी टल गई। इधर, गौतम इस बार शादी करने का फैसला ले लिया।
गौतम ने अपने फैसले को मूर्तरूप देने के लिए शुक्रवार को बिना बैंड बाजा और बारात के खुद सेहरा पहनकर साइकिल से 24 किलोमीटर दूर बांका जिले के शंभूगंज प्रखंड के भरतशिला गांव पहुंच गया। दूल्हें के साइकिल से पहुंचने के बाद दुल्हन के परिजनों ने पूरे रीतिरिवाज के साथ दूल्हे का स्वागत किया। इसके बाद दुल्हन के परिजनों ने तत्काल पंडित और नाई बुलाया और उसी दिन शादी की सभी रस्में पूरी की गई।
बिना किसी साथी, बैंड-बाजा और बारात के गौतम और कुमकुम ने सात फेरे लिए। इसके बाद शादी की रस्म भी पूरी की। दूल्हे गौतम के इस कदम की जानकारी जब शंभूगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभात रंजन को हुई तो वो खुद शादी समारोह में पहुंचे और दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया और पुरस्कार भी दिए। प्रभात रंजन ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, '' एक ओर जहां सरकार अभी भीडभाड में जाने से लोगों को बचने की अपील कर रही है , वहीं गौतम की यह पहल सराहनीय है। गौतम की शादी भी हो गई और किसी को कोई परेशानी भी नहीं हुई है।'' उन्होंने कहा कि बांका जिला प्रशासन दुल्हन के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत इनाम की सिफारिश करेगा। इधर, गौतम के इस कदम की सभी लोग तारीफ कर रहे हैं तथा इस शादी का आसपास के इलाकों में खूब चर्चा हो रही है।
(Disclaimer: यह खबर सीधे समाचार एजेंसी की सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है। इसे लोकतेज टीम ने संपादित नहीं किया है।)