बिहार : विद्यार्थियों द्वारा शुरू हंगामें में फंसे ‘खान सर’, छात्रों को भड़काने का आरोप

बिहार : विद्यार्थियों द्वारा शुरू हंगामें में फंसे ‘खान सर’, छात्रों को भड़काने का आरोप

आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी को लेकर अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी

बिहार में अभ्यर्थियों का आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन लगातार जारी है। पटना से शुरू हुआ यह आंदोलन विकराल रूप धारण कर चुका है। पटना, मुजफ्फरपुर, नालंदा, गया समेत कई जिलों में उग्र प्रदर्शन के साथ ट्रेनें रोकी गईं, जबकी कई ट्रेनों में आग लगा दी गई। स्थिति को देखकर समाधान की दिशा में रेलवे को पहल करनी पड़ी। इस पूरे मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना के मशहूर यूट्यूब और शिक्षक खान सर समेत कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ पटना में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कोचिंग संचालकों पर छात्रों को भड़काने का आरोप लगाया है। वहीं, बवाल में चिह्नित छात्रों की गिरफ्तारी की कोशिश में भी पुलिस जुट गई है। पटना के कई लॉज और हॉस्टलों में बुधवार की देर शाम छापेमारी शुरू कर दी गई।
आपको बता दें कि छात्रों ने लगातार तीसरे दिन भी कई जिलों में हंगाम जारी रखा। सबसे पहले इस आंदोलन की शुरुआत पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल से हुई, लेकिन यहां छात्रों की संख्या कम थी। क्योंकि कहा जा रहा है कि पहले दिन हुए इस हंगामे में केवल एनटीपीसी वाले छात्र थे। गया में पैसेंजर ट्रेन की चार बोगियों को फूंक दिया गया है। इसी के बाद हरकत में आई पुलिस ने कोचिंग संचालकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। इनमें सबसे चर्चित नाम खान सर का है। हालांकि खान सर को पहले से ही इसकी आशंका थी। उन्होंने एक वीडियो जारी कर छात्रों से शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने की अपील की थी। खान सर के अलावा पटना के एसके झा, नवीन, अमरनाथ, गगन प्रताप, गोपाल वर्मा और बाजार समिति के विभिन्न कोचिंग संचालकों के खिलाफ साजिश रचने की धारा और आईपीसी की धारा 147 148,149,151,152,186, 187, 188, 330, 332, 353, 504, 506 में केस दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए छात्र किशन कुमार, रोहित कुमार, राजन कुमार और विक्रम कुमार आदि ने कोचिंग संचालकों को लेकर पुलिस के सामने बयान दिया है।
बता दें कि इस मामले में रेलवे की ओर से 25 जनवरी को जारी नोटिस में कहा गया कि हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों को रेलवे के किसी पद पर जिंदगी भर नौकरी नहीं दी जाएगी।