प्रभावी वक्ता बनने के लिए असरकारक श्रोता बनेः निखिल मद्रासी

प्रभावी वक्ता बनने के लिए असरकारक श्रोता बनेः निखिल मद्रासी

ध सधर्न गुजरात चैम्बर ऑफ कोमर्स द्वारा आयोजित वेबिनार में असरकार वक्ता के बारे में जानकारी देते हुए चेम्बर के मानद मंत्री निखिल मद्रासी।

चेम्बर द्वारा आयोजित पावर ऑफ पब्लिक स्पीकिंग एन्ड कोम्युनिकेशन विषय पर वेबिनार 
सूरत धी सधर्न गुजरात चेम्बर ऑफ कोमर्स एन्ड इन्डस्ट्री द्वारा आयोजित पावर ऑफ पब्लिक स्पीकिंग एन्ड कोम्युनिकेशन विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ता के रूप मे चेम्बर के मानद मंत्री तथा ट्रेईनर निखिल मद्रासी ने वक्ता में कौन कौन प्रकार के गुण होना जरूरी है उस विषय मे विस्तृत जानकारी प्रदान कि। 
निखिल मद्रासी ने वेबिनार में कहा कि अच्छे वक्ता बनने के लिए अच्छा श्रोता बनना पडता है। जब भी आप कोई वकतव्य सुनते हो तो आपका मन उस वकतव्य में होना जरूरी है। जिससे वक्ता द्वारा कहे गए शब्दों का अर्थ समज सको। वक्ता सभी शब्दों का अर्थ वकतव्य के दौरान नही सुनाते इस लिए शब्दों का अर्थ समझने के लिए एकचित्त होकर प्रवक्ता को सुनो। अच्छे वक्ता बनने के‌ लिए नॉलेज की भी जरूरत होती है इस लिए नियमित अखबार या मेगेजिन पढे। गुगल पर अलग अलग विषयों को सर्च करो तांकी वर्तमान समय से तालमेल हो पाए। 
वकतव्य की शुरूआत  शायरी, कविता, गीत, पंक्ति, जोक्स, या ब्रेकिंग न्युज से की जा सकती है। वक्ता को जितना समय दिया जाता है उस समय का मेनेजमेन्ट भी उतान ही जरूरी होता है। वकतव्य के मध्यम में रोचक माहिती दे तांकी वकतव्य निरस न लगे। इसी प्रकार से वकतव्य के अंत भाग में आभार प्रकट करना जरूरी है। इसके अलावा वक्ता के शारीरीक हावभाव, आवाज की तीव्रता, भाषा शुध्दि, शब्द के विराम पर भार जैसे गुण होना जरूरी है। वकतव्य के प्रकार जैसे की स्वागत प्रवचन, परिचय विधि, आभार विधि, मोटीवेशनल स्पीच, पोलिटिकल स्पीच की जानकारी दी गई। वक्ता बनने के लिए हंमेशा प्रयत्नशिल रहे और लगातार प्रेक्टीस करे। 
चेम्बर के वेबिनार में स्वागत प्रवचन आशिष गुजराती ने किया और ग्रुप चेअरमेन हिमांशु बोडावाला ने परिचय दिया, बिजल जरीवाला ने आभार व्यक्त कर वेबिनार का समापन किया।
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