पेट्रोल- डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच वाहन चालकों के सामने आई एक और समस्या, सीएनजी किट के दाम हुए महंगे

पेट्रोल- डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच वाहन चालकों के सामने आई एक और समस्या, सीएनजी किट के दाम हुए महंगे

वाहन चालकों ने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण सीएनजी की ओर रुख किया

आजकल महंगाई का आलम ऐसा है कि कोई भी चीज महंगाई के असर से नहीं बची है। एक तरफ जहां पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छूने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। ऐसे में वाहन चालकों ने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण सीएनजी की ओर रुख किया है। अब सीएनजी की कीमत भी बढ़ गई है।
आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें वर्तमान में वाहन चालकों को परिवहन के साथ-साथ नियमित जरूरतों के लिए भी परेशानी में डाल रही हैं। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने अब उनके वाहनों में सीएनजी किट लगाने की ओर रुख किया है। अगर मौजूदा समय में सीएनजी किट की बात करें तो किट की कीमत पहले करीब 35000 हजार थी। इसकी कीमत अब 45000 से 55000 तक पहुंच गई है। इस कीमत पर भी किट लगवाने के लिए 2 से 3 दिन का वेटिंग पीरियड है। इससे वाहन चालकों की परेशानी भी बढ़ गई है।
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण वाहनों में सीएनजी किट लगाने वाले लोगों की भारी बढ़ोत्तरी हुई है। आपको बता दें कि अचानक सीएनजी किट की कीमत 10 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक बढ़ जाने के पीछे कई कारण हैं। इस समय लौह अयस्क की कीमतों में वृद्धि और सीएनजी किट में इस्तेमाल होने वाले टैंकों की कमी है।  कार किट बनाने वाली कंपनी कोरोना की वजह से ऑक्सीजन सिलिंडर बनाने में लगी हुई थी, जिससे सीएनजी गैस टैंकों की कीमत में बढ़ोतरी के साथ-साथ टैंकों की कमी देखी जा रही है।
इसके अलावा वर्तमान में सरकारी मानदंडों के अनुसार बीएस6 किट को प्रदूषण मुक्त किट माना जा रहा है। इसके अलावा इसे वाहनों में किट फिट करने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं, साथ ही आईसीएटी (इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) और एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया), दो सरकारी मान्यता प्राप्त पर्यावरण संगठनों से भी अनुमति मांगी गई है। इस काम में देरी के कारण दुकानदारों और ड्राइवरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इसके अलावा, कुछ सीएनजी किट स्पेयर पार्ट्स दूसरे देशों से आयात किए जाते हैं। जिसके दाम भी दिन-ब-दिन बदलते जा रहे हैं और पर्याप्त मात्रा में न मिलने से कीमतें बढ़ती जा रही हैं।