पेट्रोल- डीजल के बढ़ते भाव के बीच वाहन चालकों ने CNG की ओर किया रुख

पेट्रोल- डीजल के बढ़ते भाव के बीच वाहन चालकों ने CNG की ओर किया रुख

CNG किट की मांग और सिलिंडर की कमी के कारण दस से 15 हजार रुपए महंगी हुई किट

कोरोना के साथ साथ लोग महँगाई की मार से भी परेशान है। वर्तमान में महँगाई अपने चरम पर है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों ने वाहन चालकों को परेशानी में डाल रखा है। पेट्रोल के बढ़ते दाम से परेशान वाहन चालक गाड़ियों में सीएनजी किट लगवाने की ओर अग्रसर हो रहे है।
आपको बता दें कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने वाहन चालकों को परिवहन के साथ-साथ नियमित जरूरतों के लिए भी परेशानी में डाल रखा हैं। ऐसे में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए अब चालक अपने-अपने वाहनों में सीएनजी किट लगा रहे है।
वहीं ​​सीएनजी किट की बात है तो इस किट की कीमत जो पहले करीब 35,000 रुपये हुआ करती थी अब 45,000 रुपये से 55,000 रुपये हो गई है। इतनी कीमत पर भी किट लगने में दो से तीन दिन का समय लग जाता है, जिससे वाहन चालकों की परेशानी बढ़ जाती है।
आपको बता दें कि अचानक सीएनजी किट की कीमत 10 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक बढ़ जाने के पीछे कई कारण हैं। इस समय लौह अयस्क की कीमतों में वृद्धि और सीएनजी किट में इस्तेमाल होने वाले टैंकों की कमी है।  कार किट बनाने वाली कंपनी कोरोना की वजह से ऑक्सीजन सिलिंडर बनाने में लगी हुई थी, जिससे सीएनजी गैस टैंकों की कीमत में बढ़ोतरी के साथ-साथ टैंकों की कमी देखी जा रही है।
इसके अलावा वर्तमान में सरकारी मानदंडों के अनुसार बीएस6 किट को प्रदूषण मुक्त किट माना जा रहा है। इसके अलावा इसे वाहनों में किट फिट करने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं, साथ ही आईसीएटी (इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) और एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया), दो सरकारी मान्यता प्राप्त पर्यावरण संगठनों से भी अनुमति मांगी गई है। इस काम में देरी के कारण दुकानदारों और ड्राइवरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इसके अलावा, कुछ सीएनजी किट स्पेयर पार्ट्स दूसरे देशों से आयात किए जाते हैं। जिसके दाम भी दिन-ब-दिन बदलते जा रहे हैं और पर्याप्त मात्रा में न मिलने से कीमतें बढ़ती जा रही हैं।