अमेरिका : महंगाई की मार ऐसी की अब ईएमआई पर हो रही हैं शादियाँ!

अमेरिका : महंगाई की मार ऐसी की अब ईएमआई पर हो रही हैं शादियाँ!

अमेरिका में बहुत सी कंपनियों ने स्कीम देना शुरू किया, शादी कर मासिक किस्तों पर खर्च दे सकते हैं नवविवाहित जोड़े

अक्सर आपने देखा या सुना होगा कि लोग घर में किसी की शादी के लिए कर्ज लेते है. हमारे देश में ये बहुत ही आम बात है पर अब ये सिस्टम अमेरिका में भी शुरू हो चुका है। अमेरिका में महंगाई बढ़ने से वहां सामान्य जनजीवन बहुत प्रभावित हुआ है. अमेरिका में अब ईएमआई पर शादियां होने लगी हैं। अमेरिका में महंगाई बढ़ने के साथ कर्ज भी बढ़ता है।

कंपनियां दे रही हैं आकर्षक ऑफ़र, ईएमआई से करना है भुगतान


आपको बता दें कि अमेरिका में महंगाई बढ़ने से जो जोड़े शादी करना चाहते हैं वे अब ईएमआई पर शादी कर रहे हैं। कंपनियों ने उस उद्देश्य के लिए ऋण प्रदान करने के लिए पहले ही सुविधा शुरू कर दी है। ब्राइडल के कपड़ों से लेकर वेडिंग शूट, बैंड से लेकर रिसेप्शन तक का सारा खर्च वो कंपनियां उठाती हैं। एक तरीका है यह वेडिंग लोन ऑफर का। अमेरिका में कई कंपनियां यह सेवा प्रदान कर रही हैं। इसके बाद नवविवाहित जोड़े को शादी का कुल खर्चा ईएमआई से चुकाना होता है। शादी की योजना और पंजीकरण वेबसाइट में पंजीकृत 15,000 शादियों के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि औसत शादी की लागत 22 लाख रुपये है।

महंगाई की मार झेल रहे लोग


अमेरिका में महंगाई के हालात ऐसे हैं कि लोगों के लिए किराया देना तक मुश्किल हो रहा है। महंगाई दर केंद्रीय बैंक के अनुमान से तीन गुना ज्यादा है। जानकारों का मानना ​​है कि महामारी के दौरान अमेरिकी सरकार द्वारा दिए गए राहत पैकेज की वजह से यह स्थिति पैदा हुई है।

शादियां के लिए ‘अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें’ ऑफ़र


आफ्टर पे और क्लारा जैसी कंपनियां शादी के कपड़े से लेकर घरेलू सामान तक की खरीदारी के लिए ‘बाय नाउ, पे लेटर’ यानी अभी खरीदें बाद में भुगतान करें जैसी सुविधा दे रहे हैं। बहुत सी कंपनियां इसी तरह से शादी के खर्च के लिए इसी तरह के ऑफर देती हैं। इन कंपनियों का विवाह समारोह से संबंधित कार्य करने वाली एजेंसियों या लोगों के साथ समझौता होता है। इसमें फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, हेयर या मेकअप आर्टिस्ट भी शामिल हैं। जोड़े को शादी के लिए तैयार करने वाली एंजेला मिलिन ने कहा कि किश्तों में शादी के खर्च की व्यवस्था करने से बड़ी राहत मिली है।