अजब चोरी की गजब कहानी : ग्राहकों के डेबिट कार्ड की फोटो खींचकर निकालते थे पैसे, अब तक लगाया था 15 लाख का चूना!

अजब चोरी की गजब कहानी : ग्राहकों के डेबिट कार्ड की फोटो खींचकर निकालते थे पैसे, अब तक लगाया था 15 लाख का चूना!

उत्तर प्रदेश के महाराजगंज का मामला, फरेंदा पुलिस और साइबर सेल ने दो लोगों को गिरफ्तार किया

आज के समय में जैसे-जैसे तकनीक बढ़ रही है, वैसे-वैसे धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। आज के समय में स्कैमर्स लोगों को ठगने के अलग-अलग ट्रिक्स आजमाते हैं। ये कभी ओटीपी मांगकर तो कभी लिंक भेजकर लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाल ले जाते हैं। लोगों को इन सबसे अधिक सावधान रहने की जरूरत है। आज के समय अगर कोई अनजान नंबर से कॉल करके कोई भी लुभावनी स्कीम की पेशकश करके OTP और व्यक्तिगत जानकारी मांगता है, तो भूलकर भी उसके साथ कोई जानकारी साझा करना खतरनाक हो सकता है और अगर आप ऑनलाइन भुगतान कर रहे हैं, तो भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है। हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है जहाँ एक दुकानदार ATM कार्ड का उपयोग कर रहे ग्राहकों के एटीएम की तस्वीरें लेकर उनके खातों से पैसे उड़ा देता था।
जानिए क्या हैं पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में फरेंदा पुलिस और साइबर सेल ने रविवार को दोपहर 3 बजे के करीब लेज़र महादेवा तिराहे के पास धोखाधड़ी का एक और मामला उजागर करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है।  उन्होंने 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में 80,000 रुपये नकद, 12 आधार कार्ड, 4 एटीएम कार्ड और 3 मोबाइल के अलावा बाइक भी जब्त की। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है।
इस तरह चलता था धोखाधड़ी का काम
आपको बता दें कि रविवार शाम 4 बजे पुलिस कार्यालय में एसपी प्रदीप गुप्ता ने इस साइबर धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।  इनमें से एक सुरेश प्रसाद कटिकोट उर्फ मदरहा थाना परंदरपुर और दूसरा जितेंद्र कुमार भारती नौतनवा थाना क्षेत्र के मुडीला का रहने वाला है। सुरेश का बेलवा चौक पुरंदरपुर बीज भंडार की थोक दुकान है। पूछताछ में सुरेश ने कहा कि लोग उसकी दुकान पर बीज और दवा खरीदते हैं। इस बीच वह लोगों की डेबिट कार्ड की तस्वीरें ले लेता था और सोशल मीडिया के माध्यम से जितेंद्र को भेजता था। इसके बाद जितेंद्र डेबिट कार्ड से पेटीएम अकाउंट में लॉग इन करता। फिर किसी भी बहाने से सुरेश ग्राहक से ओटीपी नंबर लेकर जितेंद्र को भेज देता। जितेंद्र ओटीपी से अपने खाते में पैसा ट्रांसफर कर लेता था।
अब तक १५ लाख का गबन
दोनों ने जून 2020 में एक व्यक्ति के पूर्वांचल बैंक खाते से 7 लाख 40 लाख रुपये लूट लिए थे। फिर उसने अपने डेबिट कार्ड को अपने नेटवर्क से जुड़े अन्य सहयोगियों को सौंप दिया। इस तरह दोनों ने मिलकर ऑनलाइन 15 लाख रुपये निकाले थे। कोल्हुई इलाके के सोनपिपरी गांव के रहने वाले मजीबुल्लाह ने भी इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
इस मामले के आरोपी सुरेश और जितेंद्र ने कहा कि उनके पास से जब्त किए गए 80,000 रुपये 15 लाख रुपये में से बच गए। दोनों ने कहा कि ऑनलाइन धोखाधड़ी मामले में सभी डेटा उनके मोबाइल नंबरों में सुरक्षित है। एसपी ने कहा कि इन पर धोखाधड़ी और 66 (डी) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और दोनों को जेल भेज दिया गया है।