अहमदाबाद : मिसाल बने ये भाई, सड़क से कूड़ा-कचरा उठाकर परिवार चलाने वाले माँ-बाप के बच्चों ने बोर्ड परीक्षा में दिखाया अपना हुनर

अहमदाबाद : मिसाल बने ये भाई, सड़क से कूड़ा-कचरा उठाकर परिवार चलाने वाले माँ-बाप के बच्चों ने बोर्ड परीक्षा में दिखाया अपना हुनर

आज घोषित हुए परिणाम में भूपथ परमार और राजू परमार ने शानदार प्रदर्शन किया

आज राज्य में कक्षा 10 के 9.70 लाख छात्रों का परिणाम घोषित किया गया। जिसमें कई गरीब और मध्यम परिवारों के जुझारू सितारे चमक कर सामने आये हैं। ऐसा कहा जाता है कि 'कभी हार न मानना ही सफलता की कुंजी है। ऐसे में अहमदाबाद के साबरमती में झुग्गियों में रहने वाले बच्चों ने इस बात को साबित करके दिखा दिया। अहमदाबाद के साबरमती में एक झुग्गी बस्ती में रहने वाले दो भाइयों ने कक्षा दसवीं के बोर्ड परीक्षा में शानदार परिणाम पाकर अपना और अपने माता-पिता का यश बढ़ाया है। दोनों भाइयों में से एक भाई ने 90 फीसदी और दूसरे ने 78 फीसदी रिजल्ट हासिल किया है.
आपको बता दें कि भूपथ परमार और राजू परमार की मेहनत ने रंग लाई। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इन बच्चों के माता-पिता सड़क पर पड़े कूड़े-कचरे को बिनकर अपना जीवन यापन करते हैं। दो भाइयों में से भूपथ डॉक्टर बनना चाहता है जबकि राजू इंजीनियर बनना चाहता है। इन दोनों भाइयों ने एक एनजीओ के मार्गदर्शन में यह उपलब्धि हासिल की है। अपनी सफलता के बारे में भूपथ परमार कहते हैं, ''हम तब तक पढ़ते थे जब तक दिन में उजाला होता। रात में रोशनी न होने के कारण हम पढ़ाई नहीं कर पाते थे।'
उल्लेखनीय है कि गुजरात शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं की परीक्षा का परिणाम आज घोषित कर दिया गया है जो 65.18% रहा। सूरत जिले में सबसे ज्यादा 75.64 फीसदी और पाटन जिले में सबसे कम 54.29 फीसदी रिजल्ट रहा है। इस साल 9.70 लाख छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें 12 हजार 90 छात्रों को ए1 ग्रेड, जबकि 52 हजार 992 छात्रों को ए2 ग्रेड मिला है। 93 हजार 602 छात्रों को बी1 ग्रेड और 1 लाख 30 हजार 97 छात्रों को बी2 ग्रेड मिला है। इसके अलावा 1 लाख 37 हजार 657 विद्यार्थियों ने सी1 ग्रेड प्राप्त किया है। राज्य के 292 स्कूलों के साथ इस साल शत-प्रतिशत परिणाम प्राप्त हुए हैं।
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