अहमदाबाद : लोगों में बढ़ रहा है रीडेवलप्ड बिल्डिंग का क्रेज़

अहमदाबाद : लोगों में बढ़ रहा है रीडेवलप्ड बिल्डिंग का क्रेज़

500 से अधिक बिल्डिंग का होगा रीडेवलपमेंट

अहमदाबाद लगातार विकास कर रहा है। शहर के मध्य क्षेत्रों में रीडेवलपमेंट भी बढ़ रहे हैं। दशकों से शहर के बीचोबीच पुराने सोसायटियों में रह रहे निवासी अपना क्षेत्र नहीं छोड़ना चाहते और रीडेवलपमेंट के लिए बिल्डरों से संपर्क कर रहे हैं।
एक अनुमान के मुताबिक, अहमदाबाद में इस समय करीब 500 पुरानी सोसायटियां रीडेवलपमेंट या बिक्री के लिए तैयार है। हालांकि, लोगों को रीडेवलपमेंट में भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में अहमदाबाद में नवरंगपुरा, सीजी रोड, सैटेलाइट सहित क्षेत्रों में पूरे सोसाइटी के रीडेवलपमेंट या बिक्री के सौदे हुए हैं। सरकार ने शहर में उपलब्ध इन्फ्रास्ट्रक्चर का अधिकतम उपयोग करने और पुराने सोसाइटी में रहने वाले लोगों को नए और बेहतर आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रीडेवलपमेंट के लिए एक विशेष नीति तैयार की है। अहमदाबाद आज एसपी रिंग रोड तक फैल गया है और शहर के दूरदराज के इलाकों में लगातार नए घर बेचे जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में गुजरात सरकार ने वर्षों पुरानी इमारतों के रीडेवलपमेंट की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक नीति की घोषणा की थी। गुजरात ओनरशिप फ्लैट्स एक्ट 1973 में संशोधन किया गया। संशोधन के तहत कब्जे की तिथि से 25 वर्ष से अधिक पुराने भवनों का रीडेवलपमेंट किया जाएगा। हालांकि रीडेवलपमेंट योजना के तहत कुल भूस्वामियों के 75 प्रतिशत की सहमति अनिवार्य होगी। आवास कॉलोनी के रीडेवलपमेंट के साथ-साथ भवन को संबंधित अधिकारियों से प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा कि यह जीर्ण और खतरनाक है।