अहमदाबाद : देर रात ट्रोमा सेंटर में डॉक्टर के समय पर ना पहुँचने से हुई मरीज की मौत, परिवार ने दर्ज किया केस

अहमदाबाद : देर रात ट्रोमा सेंटर में डॉक्टर के समय पर ना पहुँचने से हुई मरीज की मौत, परिवार ने दर्ज किया केस

देर रात तीन बजे मरीज को शुरू हुआ छाती में दर्द, सुबह पाँच बजे अस्पताल पहुंचे डॉक्टर

असारवा सिविल अस्पताल के आपातकालीन ट्रोमा सेंटर में बापुनगर में रहने वाले 55 वर्षीय महिला मरीज पानमतीबेन मौर्य को देर रात तीन बजे छाती में दर्द होना शुरू हो गया। छाती में दर्द के साथ-साथ पानमतीबेन बेन को मुंह में से खून भी निकलने लगा। ऑक्सीज़न लेवल गिरने के कारण मरीज की तबीयत अचानक बिगने लगी और मरीज के परिवार ने नर्स को डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा। पर इसके बाद भी डॉक्टर तकरीबन 2 घंटे के बाद पहुंचे और इसके कारण पानमतीबेन की मौत हो गई। मृतक के पुत्र ने इस बारे में पुत्र ने पुलिस में शिकायत की थी। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, महिला मरीज को 8 सितंबर की रात को बापुनगर ईएसआई अस्पताल ले गए थे। जहां आपातकालीन वोर्ड में इलाज करवाने के बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। ईएसआई अस्पताल से उन्हें सिविल अस्पताल रिफर किया गया और उन्हें अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती किया गया था। हालांकि रात को तीन बजे के करीब उनकी तबीयत और भी अधिक बिगड़ी।
मरीज के एक रिश्तेदार विजय मौर्य ने कहा की मरीज का ऑक्सीज़न लेवल 68 तक पहुँच गया था। उनकी जीभ फूल गई थी और मुंह में खून भी जम गया था। परिजनों ने नर्स को विनंती की के वह डॉक्टरों को बुलाएँ। हालांकि इसके बाद भी 2 घंटे तक डॉक्टर वहाँ नहीं पहुँच सके थे। डॉक्टर के आने से पहले ही मरीज की सांस रुक गई थी। मरीज के मरने के बाद सुबह पाँच बजे वहाँ डॉक्टर आए थे। रिश्तेदारों के अनुसार यदि डॉक्टर समय पर आ गए होते तो शायद उनकी जान बच गई होती।
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