अहमदाबाद : पत्नी के नाजायज संबंधों का पता चलने पर ठनका पति का दिमाग, प्रेमी को जान से मारा

पत्नी के साथ मिलकर ही की प्रेमी की हत्या, प्रेमिका के घर धोखे से बुलाकर गला दबाकर मारा

शादी के बाद के नाजायज संबंधो का अंजाम अक्सर ही बुरा होता है। एक ऐसा ही किस्सा अहमदाबाद के जालोर जिले से सामने आया है। जहां पत्नी के नाजायज संबंधों की जानकारी मिलने पर व्यक्ति ने पत्नी के प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया और फिर उसकी लाश को जला भी दिया। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, 16 जुलाई को भीनमाल के रहने वाले रजाक खान अपने चाचा बरकत खान के गुमशुदा होने की शिकायत दर्ज करवाने आया था। रजाक की शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक टीम का गठन कर बरकत खान को ढूँढना शुरू किया था। पुलिस ने विभिन्न स्थलों पर से घटना के दिन की सीसीटीवी फुटेज, कॉल डीटेल तथा अन्य जानकारीयां हासिल की। जिसके अनुसार उन्हें पता चला कि 15 जुलाई को बरकत ने अपनी कार में एक छोटे से बच्चे और एक महिला को बिठाया था। जब पुलिस ने इसके बारे में जानकारी हासिल की तो पता चला कि वीडियो में दिखने वाली महिला हरिया देवी अपने पति तथा बालकों सहित फरार है। 
पुलिस ने हरिया देवी को ढूँढने की शुरुआत की, जिसमें उन्हें पता चला कि महिला और उसका परिवार अहमदाबाद में रह रहा है। पुलिस ने हरिया देवी और उसके पति गलबा राम दोनों को हिरासत में लिया। हिरासत में लिया जाने के बाद उन्होंने जालोर में उनकी पूछताछ शुरू की। जिसमें पता चला की दोनों ने मिलकर ही बरकत खान की जान ली थी। 
इसके कारण बताते हुए दोनों ने बताया कि हरिया देवी अपने मायके के गाँव में रहने वाले और आटा पीसने वाले बरकत खान के साथ प्यार में पद गई थी। जिसके चलते दोनों ने शारीरिक संबंध भी स्थापित किए थे। इस बात की जानकारी पति गलबा राम को हो गई। जिसके चलते उसने पत्नी को डरा-धमका कर बरकत को मार डालने की योजना बनाई। योजना के अनुसार 15 जुलाई को गलबा ने बरकत का पीछा किया। जिसके बाद प्लान के मुताबिक हरिया देवी ने उसे उसके टेम्पो में खान पुर छोडने के लिए कहा। 
दोनों के पीछे गलबा राम उनका पीछा कर रहा था। जैसे ही बरकत हरिया देवी के घर पहुंचा। गलबा ने तुरंत ही उसका गला दबाकर हत्या कर डाली। इसके बाद गलबा ने उसका टेम्पो लिया और उसे एक अन्य स्थान पर फेंक दिया। वापिस आते समय बरकत का फोन भी एक खेत में फेंक दिया था। सारे सबूत मिटाने के बाद वह फिर से अपने घर पर वापिस आ गया। इसके बाद उसने गलबा की लाश को ठिकाने पर लगाया। पत्नी की सहायता से उसने बरकत की लाश को जला दिया और उसकी राख़ तथा अन्य कुछ अवशेष नजदीक के कुएं में फेंक दिया था।