अहमदाबाद : ऑनलाइन डेटा एंट्री के भ्रामक विज्ञापनों से सावधान रहें, ब्लैकमेलिंग की ये मोडस ऑपरेंडी जान लें

पुलिस की फर्जी मेल आईडी से भेजते थे मेल, वकील और पुलिस की पहचान बता कर पैसे ऐठने का काम

आप अख़बारों और सोशल मीडिया में डाटा एंट्री जैसे घर बैठे काम के इश्तिहार जरुर देखते होंगे। बहुत से लोग ऐसे किसी विज्ञापन के साथ मिलकर ये काम करते हुए कुछ पैसे भी कमा लेते होंगे पर कई बार ऐसा पाया गया है कि बहुत से लोग इन विज्ञापनों के शिकार बन जाते है। अखबारों में विज्ञापन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके लोगों से डेटा एंट्री का काम कराने के बाद उनके काम से संतुष्ट नहीं होने का बहाना बना कर करार भंग करने का आरोप लगा कर पैसे ऐठने की कोशिश करने वाले एक ऐसे गिरोह के खिलाफ बुधवार को साइबर सेल द्वारा शिकायत दर्ज की गई।
जानकारी के अनुसार आरोपी पीडिता को अहमदाबाद सिटी पुलिस इंस्पेक्टर अजय और अहमदाबाद सिटी पुलिस द्वारा बनाई गई फर्जी आईडी से ई-मेल कर समझौता तोड़ने की बात कह पैसे जमा करने की बात कही और ऐसा ना करने पर वकीलों और कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी। पांच लोगों द्वारा दायर लिखित आवेदन के आधार पर साइबर सेल में जांच शुरू कर दी गई है।
जब पीड़िता ने विज्ञापन या मैसेज पर नंबर पर कॉल की तो गिरोह के सदस्यों ने अलग-अलग कंपनियों के कर्मचारी बनकर बात की और डाटा एंट्री का काम देने से पहले डेमो वर्क दिया. देने के बाद पीड़िता का ऑनलाइन एग्रीमेंट हुआ और उसे डाटा वर्क का काम दिया गया। काम पूरा होने के बाद, गिरोह के सदस्यों ने पीड़िता को बताया कि काम अच्छा नहीं था और इस काम में 90 प्रतिशत सटीकता नहीं थी।
इसके बाद आरोपी ने फोन या मेल द्वारा पीड़ित को बताया कि पीडिता ने समझौते का उल्लंघन किया है, और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पैसों की मांग करते हुए अलग खाते में जमा करने की बात कही। उन्होंने पीड़ित को पुलिस इंस्पेक्टर या वकील के साथ पहचान की बात करते हुए अहमदाबाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करने की बात कही। ठगों के एक ऑनलाइन गिरोह ने लोगों को डराने और रंगदारी वसूलने के लिए inspector@ahmedabadpolice.co.in और controlroom@ahmedabadpolice.co.in जैसी अहमदाबाद पुलिस की फर्जी मेल आईडी बनाई। पुलिस द्वारा मेल आया मान कर पीड़िता ने आरोपी के खाते में पैसे जमा कर दिए। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही हैं।