साड़ी और ड्रेस मटीरियल्स के बाद अब जींस कपड़े के उत्पादन में भी सूरत बढ़ रहा है आगे

साड़ी और ड्रेस मटीरियल्स के बाद अब जींस कपड़े के उत्पादन में भी सूरत बढ़ रहा है आगे

बड़ी-बड़ी कंपनियाँ दे रही है जींस के बेजीक कपड़े बनाने का काम, अहमदाबाद के बाद सूरत में हो रहा है सबसे अधिक उत्पादन

सूरत शहर वैसे तो साड़ी और ड्रेस मटीरियल के उत्पादन में सबसे आगे है। हालांकि सूरत मात्र इन चीजों के उत्पादन में ही आगे है, ऐसा नहीं है। सूरत में बच्चे और बूढ़े सभी की पसंदीदा जींस के कपड़े के उत्पादन के मामले में भी सूरत काफी आगे निकल गया है।  हाल ही में सूरत का दौरा करने वाले देश के कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल सूरत के कपड़ा उद्योग की प्रगति के आंकड़े जानकर हैरान रह गए। इसके बाद कपड़ा आयुक्त ने सूरत में कपड़ा उद्योग के कपड़ा उत्पादन के लिए सधर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री से आधिकारिक आंकड़े प्राप्त किए।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ने कहा कि अब सूरत शहर भी जींस और लिनन जैसे वस्त्रों के उत्पादन में भारत का दूसरा सबसे बड़ा गंतव्य बन गया है। अहमदाबाद जींस का सबसे बड़ा उत्पादक है और अहमदाबाद के बाद सूरत जींस का सबसे बड़ा उत्पादक है। चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा सूरत में उत्पादित कपड़ों के बारे में दी गई जानकारी के अनुसार सूरत में कुल 1 हजार हाई स्पीड मशीनें लगाई गई हैं। जिसकी सहायता से रोजाना 5 लाख मीटर जींस का उत्पादन हो रहा है। इसी तरह, एक उच्च फैशन फैब्रिक लीना सूरत में प्रतिदिन 56,600 मीटर का उत्पादन कर रही है।
सूरत के उद्योगपति रोजाना औसतन 5 मीटर जींस के कपड़े बनाने के लिए सूती धागे का इस्तेमाल कर रहे हैं। सूरत में बने जीन्स को इसकी गुणवत्ता के लिए सराहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अन्य शहरों की तुलना में सूरत में नवीनतम और उच्च गति वाली मशीनरी का उपयोग करके जींस का निर्माण किया जाता है। बड़ी बड़ी कंपनियों के जींस के बेजीक कपड़े भी सूरत के कारखानों में ही तैयार होते है।
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