22 वर्ष की लापता बेटी की गलत पहचान कर परिजनों ने 12 साल की बच्ची का क्रियाकर्म कर दिया!

22 वर्ष की लापता बेटी की गलत पहचान कर परिजनों ने 12 साल की बच्ची का क्रियाकर्म कर दिया!

मोबाइल लोकेशन को ट्रेस कर गुरुग्राम से पुलिस ने किया युवती को बरामद

क्या मरने के बाद कोई व्यक्ति जीवित हो सकता है? आप सोचोगे कि भला यह कैसे हो सकता है। हालांकि उत्तरप्रदेश में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवती जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था, देह महीने बाद गुरग्राम से जीवित मिल आई थी। हैरान कर देने वाला यह मामला उत्तरप्रदेश के औरैया कोतवाली क्षेत्र का है। यहाँ डेढ़ महीने पहले अपनी गाब हुई लडकी को परिवारवालों ने अंतिम संस्कार कर दिया था, हालांकि डेढ़ महीने बाद पुलिस को वह लड़की गुरुग्राम से जीवित मिल आई थी। 
खुद पुलिस भी इस घटना के बाद काफी हैरान हो गई थी। सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि यदि युवती जीवित है तो फिर जिसका अंतिम संस्कार किया गया वह लड़की कौन थी। विस्तृत जानकारी के अनुसार, डेढ़ महीने पहले 22 वर्षीय युवती उत्तरप्रदेश के औरैया क्षेत्र से लापता हो गई थी, इसके चलते परिवार वालों ने एक युवक के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया था। इसी दौरान गाँव के बाहर नदी के तट पर एक युवती का शव मिला था। पुलिस ने लापता युवती के परिवार वालों को बुलाकर उस शव की पहचान करवाई।
युवती के परिवार वालों ने जब लाश को उनकी ही बेटी के तौर पर पहचान लिया तो पुलिस ने योग्य कार्यवाही कर शव को परिवार को सौंप दिया। परिवारवालों ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। हालांकि जब पोस्ट्मॉर्टेम रिपोर्ट सामने आई तो पता चला की जिसका अंतिम संस्कार किया गया, वह लड़की तो मात्र 10 से 12 साल की थी। जबकि जो लड़की गायब हुई थी उसकी उम्र 22 वर्ष थी। 
वहीं दूसरी और परिवार वाले अभी भी युवक के खिलाफ केस दर्ज करने का दबाव भी बना रहे थे। ऐसे में युवक ने भी पुलिस को युवती का फोन ट्रेस करने की अपील की। जब फोन ट्रेस किया गया तो पता चला की युवती का फोन गुरुग्राम में है। लोकेशन मिलते ही पुलिस ने अपनी एक टीम भेजकर युवती को गुरुग्राम से बरामद किया था।