बुली बाई ऐप के बाद अब सूली डील ऐप बनाने वाले ऐप क्रिएटर को भी किया गया गिरफ्तार

बुली बाई ऐप के बाद अब सूली डील ऐप बनाने वाले ऐप क्रिएटर को भी किया गया गिरफ्तार

मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने और बदनाम करने के इरादे से बनाया था ऐप

बुली बाई ऐप मामले में गिरफ्तार नीरज बिश्नोई से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस को सुली डील ऐप मामले में भी बड़ी कामयाबी मिली है। इस ऐप को बनाने वाले युवक को स्पेशल सेल ने मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान इंदौर निवासी ओंकारेश्वर ठाकुर के रूप में हुई है। डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ​​के मुताबिक, ओंकारेश्वर जनवरी 2020 में ट्विटर के ट्रेड जनरल एसेंबली नाम के ग्रुप में शामिल हुए थे। समूह ने चर्चा की कि मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल किया जाना चाहिए। इसके बाद उन्होंने इस एप को बनाने का विचार किया।
जब सूली डील एप पर हंगामा मचा तो ओंकारेश्वर ने अपने सारे सोशल मीडिया अकाउंटस डिलीट कर दिये। पुलिस तकनीकी और फोरेंसिक जांच के जरिए प्रासंगिक सबूत खोजने की कोशिश कर रही है। डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ​​के मुताबिक बुली बाई एप मामले में गिरफ्तार नीरज बिश्नोई भी सुली डील एप मामले में आरोपी से जुड़ा था। इस बात की पुष्टि उनके खिलाफ किशनगढ़ थाने में दर्ज प्राथमिकी से हुई है। उन्होंने एक युवती की तस्वीर ट्वीट की और उस पर बोली लगाई। जब पुलिस ने आगे की जांच की, तो उन्हें पता चला कि वह सुली डील ऐप के निर्माताओं के संपर्क में भी था। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मध्य प्रदेश में छापेमारी कर ओंकारेश्वर ठाकुर को वहां से गिरफ्तार कर लिया। 25 वर्षीय ओंकारेश्वर ने आईपीएस अकादमी इंदौर से बीसीए किया है।
शुरुआती पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि वह ट्विटर पर एक बिजनेस ग्रुप का सदस्य था और उसने मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने और बदनाम करने के इरादे से ऐप बनाया था। उन्होंने यह कोड GitHub पर बनाया है। इसकी पहुंच समूह के सभी सदस्यों को दी गई थी। ऐप ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर किया है। जिसमें ग्रुप के सदस्यों ने मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट कर उन पर बोली लगाने की कोशिश की।