अफगानिस्तान: महिला के अधिकारों के बारे में पूछा सवाल तो हंसने लगे तालिबान के लोग

अफगानिस्तान: महिला के अधिकारों के बारे में पूछा सवाल तो हंसने लगे तालिबान के लोग

तालिबानी जवाब शरिया के कानून अनुसार होगा महिलाओं का सम्मान

वर्तमान में अफगानिस्तान तालिबान के हाथों में है। ऐसे में अब वहां तालिबानी राज चलेगा और जगजाहिर है कि तालिबान महिलाओं की आजादी के सख्त खिलाफ है। अफगानिस्तान में तालिबान आ जाना ये साफ दर्शाता है कि तालिबानी महिलाओं कि जिंदगी बद से बद्दतर होने वाली है। इसी बीच अफगानिस्तान से तालिबानी लड़ाकों का एक वीडियो सामने आया है जहाँ कुछ तालिबानी महिला अधिकार की बात पर मखोल उड़ाते हुए नजर आ रहे है। दरअसल कई मौकों पर वे पत्रकारों को इंटरव्यू देने वाले तालिबानी से जब अफगानिस्तान के टोलो न्यूज की एक महिला पत्रकार ने महिलाओं के अधिकार पर सवाल पूछा तो तालिबानी हँसते और मजाक उड़ाते हुए नजर आये।
आपको बता दें कि तालिबानी प्रवक्ता द्वारा दिए जा रहे इंटरव्यू को कई जानकार इसे तालिबान की ओर से अपनी छवि बदलने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं। इसी क्रम में सामने आये एक वीडियो भी कुछ महिलाएं सड़कों पर निकलकर पोस्टर आदि हाथ में लिए बंदूकधारियों के सामने ही तालिबान के खिलाफ नारे लगा रही हैं। इसके बावजूद तालिबानी बंदूकधारी वहां बिना कोई विरोध किए खड़े हैं। इन सबके बीच तालिबानी इरादों को प्रस्तुत करने वाला एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक महिला पत्रकार से बात करते हुए कुछ तालिबान लड़ाके उसके सवाल पर अचानक हंसने लगते हैं। पत्रकार का सवाल महिलाओं के देश की राजनीति में अधिकार से जुड़ा था। जब पत्रकार उन लोगों से महिलाओं के अधिकार के सम्मान को लेकर सवाल पूछती है तो इस पर तालिबान से जुड़ा एक शख्स कहता है कि शरिया के अनुसार महिलाओं के अधिकार का सम्मान किया जाएगा। इसके बाद पत्रकार एक और सवाल पूछती है कि क्या अफगान लोगों को महिलाओं को वोट देने का अधिकार होगा। इस सवाल पर बिना कोई जवाब दिए तालिबान लड़ाके हंसने लगते हैं और पत्रकार को कैमरा बंद करने को भी कहते हैं। इसी दौरान एक तालिबानी ये कहता हुए सुनाई देता है कि पत्रकार के सवाल पर उसे हंसी आ गई।
गौरतलब है कि तालिबान ने सत्ता में आने के बाद काबुल में पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए महिलाओं का सम्मान शरिया के अनुसार किए जाने की बात कही गई। तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, 'महिला समाज में बहुत सक्रिय भूमिका निभाएंगी लेकिन ये इस्लाम के नियमों के अनुसार होगा।'