काम-धाम न करने का तंज कसने से परेशान भतीजे ने चाचा-चाची को मौत के घाट उतारा

नींद में ही कुल्हाड़ी से किया प्रहार, गाँववालों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा

गुजरात के पंचमहाल से भतीजे द्वारा अपने ही चाचा-चाची की हत्या का मामला सामने आया है। मामले में हकीकत के अनुसार, चाचा-चाची द्वारा बेरोजगार रहने के ताने से तंग आकर उनको मौत के घाट उतार दिया था। मामले में युवक के पिता ने ही युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी।  
रविवार को जयंती ने अपने चाचा अरजन नायक और चाची राधा नायक को नींद में कुल्हाड़ी से मारकर मौत की नींद सुला दिया था।  जब युवक जयंती के पिता प्रताप ने उसे संदिग्ध अवस्था में अपने चाचा के घर से बाहर जाते हुये देखा। जिससे की वह दौड़कर अपने भाई अरजन के घर पहुंचे। जहां उन्होंने अरजन और उसकी पत्नी को खून से लथपथ पाया। प्रताप ने तुरत्न ही अरजन के पुत्र और अन्य गाँव वालों को जयंती को ढूँढने के लिए भेजा। गाँव वालों ने उसे ढूंढ निकाला और उसे पुलिस को सौंप दिया। पुलिस को सौंपने के पहले गाँव वालों ने उसकी काफी पिटाई भी की थी। जिसके चलते उसे काफी चोट आई थी। 
पुलिस ने कहा कि फिलहाल आरोपी का इलाज चल रहा है। इलाज के बाद उसे हिरासत में लिया जाएगा। पुलिस ने यह भी बताया कि जयंती से पूछताछ में यह भी पता चला उसके चाचा और चाची उसे काम न करने के लिए हमेशा ताना मारते रहते है। शनिवार की रात को भी उसके चाचा-चाची ने उसे ताना मारा था। पिछले सात साल से जयंती अपने चाचा-चाची के साथ ही रहता था। सात साल पहले उसकी पत्नी उसे छोड़ कर चली गई थी।