सिंधिया को किसने कहा, ‘बुद्धिमान अगर वफादार नहीं है तो वह किसी काम का नहीं!’
राजस्थान में पिछले कुछ दिनों सियासी ड्रामा खूब खेला गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आखिरकार इस राजनीतिक संघर्ष में जीतते दिख रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ बागी नेता सचिन पायलट को अपने रास्ते से हटाते हुए उप-मुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष पद से हटवा दिया है, बल्कि राज्यपाल के समक्ष जाकर अपने समर्थक विधायकों की सूची देकर उन्हें बहुमत होने के संबंध में आश्वस्त भी कर दिया है। उधर सचिन पायलट ने जहां अपनी पहली प्रतिक्रिया में ‘सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ लिखकर ट्वीट किया, वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व कांग्रेसी नेता और अब भाजपा की ओर से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनके मित्र सचिन पायलट को भी कांग्रेस पार्टी में दरकिनार कर दिये जाने और जिस प्रकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया गया है, उससे उन्हें दुःख है। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में टैलेंट और क्षमता का कोई महत्व नहीं रह गया है। सिंधिया के इस बयान को काटते हुए कांग्रेस के नेता और अभी-अभी गुजरात से राज्यसभा के लिये चुने गये शक्तिसिंह गोहिल ने ट्वीट करके […]

राजस्थान में पिछले कुछ दिनों सियासी ड्रामा खूब खेला गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आखिरकार इस राजनीतिक संघर्ष में जीतते दिख रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ बागी नेता सचिन पायलट को अपने रास्ते से हटाते हुए उप-मुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष पद से हटवा दिया है, बल्कि राज्यपाल के समक्ष जाकर अपने समर्थक विधायकों की सूची देकर उन्हें बहुमत होने के संबंध में आश्वस्त भी कर दिया है।
उधर सचिन पायलट ने जहां अपनी पहली प्रतिक्रिया में ‘सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ लिखकर ट्वीट किया, वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व कांग्रेसी नेता और अब भाजपा की ओर से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनके मित्र सचिन पायलट को भी कांग्रेस पार्टी में दरकिनार कर दिये जाने और जिस प्रकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया गया है, उससे उन्हें दुःख है। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में टैलेंट और क्षमता का कोई महत्व नहीं रह गया है।
सिंधिया के इस बयान को काटते हुए कांग्रेस के नेता और अभी-अभी गुजरात से राज्यसभा के लिये चुने गये शक्तिसिंह गोहिल ने ट्वीट करके लिखा कि बुद्धिमान अगर वफादार नहीं है, तो वह किसी काम का नहीं।
बुद्धिमान अगर वफ़ादार नहीं है तो वह किसी कामका नहीं ।
– चाणक्य जी https://t.co/geMtQQqkH0— Shaktisinh Gohil (@shaktisinhgohil) July 13, 2020
इससे पहले कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि संगठन में बड़ा न कोई था और न होगा। राजस्थान में पार्टी ने दुःखी मन से कड़े फैसले लिये हैं।
संगठन से बड़ा न कोई था और न होगा, राजस्थान में पार्टी ने दुखी मन से लिये कड़े फैसले pic.twitter.com/cmKy809Dqv
— Youth Congress (@IYC) July 14, 2020