सोनू सूद अकेला ही काफी है; 150 महिला मजदूरों को चार्टड प्लेन से वतन पहुंचाया
कोची से शुक्रवार सुबह रवाना हुई फ्लाईट भुवनेश्वर पहुंची, सभी प्रवासियों के टिकट का खर्च सोनू ने उठाया

जब-जब भारत में कोरोना संकट की चर्चा होगी, तब-तब फिल्म अभिनेता सोनू सूद का नाम लिया जायेगा। इस बंदे ने अपने दम पर बेबस और लाचार मजदूरों को जिस प्रकार मदद करके अपने वतन पहुंचाने के लिये रात-दिन एक कर दिया है, ऐसी दूसरी कोई मिसाल नहीं है। यह कहने में भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि बॉलीवुड से कई दिग्गजों ने अपने स्तर पर जरूरतमंदों की मदद की होगी, लेकिन सोनू सूद के सामने सब पानी भरते नजर आ रहे हैं। हजारों प्रवासी श्रमिकों के लिये सोनू भैया ने मानो भगवान का रुप धर लिया है।
अब तक ट्रेनों और बसों से हजारों प्रवासियों को देश के लगभग हर कोने में सकुशल पहुंचा चुके सोनू सूद ने एक और कदम आगे बढ़ते हुए केरल के कोची शहर के केंद्राप्पा ग्रुप के काइटेक्स गारमेंट कंपनी के कारखाने में कार्यरत 150 महिला मजदूरों को उनके वतन उड़िसा पहुंचाया। ये महिलाओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और वे घर जाने की बाट जोह रही थी। मदद के लिये सोनू ने हाथ बढ़ाया, इसके लिये उन्होंने बाकायदा चार्टड प्लेन करवाया और शुक्रवार को उसमें उन्हें बिठाकर घर पहुंचाया। इस प्लेन में इन महिलाओं के अलावा प्लायवुड उद्योग में कार्यरत अन्य 10 मजदूरों को भी भेजा। सभी प्रवासियों के टिकट का खर्चा सोनू सूद ने उठाया।