लगातार दूसरे दिन मिले 6,000 से अधिक कोरोना संक्रमित, चिंता में सरकार
नई दिल्ली (ईएमएस)। कोरोना वायरस संक्रमण भारत में अब 1 लाख 30 हजार 859 लोगों तक पहुंच गया है। शनिवार को लगातार दूसरे दिन रात 10 बजे तक 6,065 कोरोना वायरस संक्रमित मिल चुके थे। इस प्रकार देश में अब तक इस वायरस के प्रकोप से 3,860 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 54,001 लोग ठीक हो गए हैं।
महाराष्ट्र में संक्रमण तेजी से फैल रहा है शनिवार को भी यहां पर 2,608 नए मामले सामने आए। राज्य में कोरोनावायरस पीड़ितों की संख्या बढ़कर 47,190 हो गई है। इनमें से 13,404 ठीक हो चुके हैं जबकि 1,577 की मौत हो गई है। मुंबई महानगर में ही 28,817 कोरोना वायरस संक्रमित हैं। यहां पर 949 लोगों की मौत कोरोनावायरस के कारण हुई है।
तमिलनाडु में शनिवार को फिर बड़ी संख्या में नए संक्रमित मिले। यहां 759 नए मामले सामने आए और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 15,512 हो गई। जिनमें से 104 की मौत हो चुकी है, जबकि 7491 ठीक हो चुके हैं। गुजरात में भी शनिवार को 396 नए संक्रमित जलने के साथ पीड़ितों की संख्या बढ़कर 13,659 हो गई। इनमें से 829 की मौत हो चुकी है और 6,159 ठीक हो चुके हैं।
Which one of us have not seen images like these everyday in Mumbai. On our way to work by road or by train. Everyday. And did we not realise they were migrant labourers? We are all complicit #Covid_19 pic.twitter.com/XB6xnf7Rfx
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) May 20, 2020
देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 591 नए मामले सामने आए। इस प्रकार पीड़ितों की संख्या बढ़कर 12,910 हो गई जिनमें से 231 की मौत हो चुकी है, जबकि 6,267 ठीक हो चुके हैं। इस प्रकार इन चारों राज्य में ही शनिवार को 4,354 नए संक्रमित मिले। इन राज्यों में कुल मिलाकर अब तक कोरोनावायरस संक्रमण के 93,635 मामले सामने आ चुके हैं, जो कि कुल संख्या का 71.55 प्रतिशत है। इससे साफ पता चलता है कि अन्य राज्यों के मुकाबले इन चारों राज्यों में कोरोनावायरस का फैलाव तेजी से हो रहा है।
हालांकि राजस्थान, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक जैसे राज्यों में भी प्रतिदिन 100 से लेकर 200 के बीच मरीज मिल रहे हैं। शनिवार को राजस्थान में 163, मध्यप्रदेश में 201, पश्चिम बंगाल में 127, बिहार में 179 और कर्नाटक में 216 मरीज मिले। जनसंख्या के घनत्व को देखते हुए इन राज्यों में कोरोनावायरस का फैलाव अपेक्षाकृत कम है। उत्तरप्रदेश – बिहार जैसे अनेक राज्यों में प्रवासी मजदूरों के पहुंचने से संक्रमण की रफ्तार तेज हुई है। सिक्किम में भी एक मरीज मिलने के कारण अब देश के अधिकांश राज्यों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है। सुकून की बात यह है कि लगभग 41.26 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं।
इस बीच अनेक राज्यों ने ग्रीन क्षेत्र में पब्लिक ट्रांसपोर्ट लागू करने सहित अनेक रियायत दी हैं। कर्नाटक जैसे राज्यों ने सरकारी क्वॉरेंटाइन का समय 14 दिन से घटाकर 7 दिन कर दिया है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मरीज शनिवार रात 10 बजे तक 72,990 की संख्या में थे। मरीजों की यह संख्या चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इसमें जून माह के अंत तक कई गुना वृद्धि होने की आशंका है। ऐसी स्थिति में जब देश में लाखों सक्रिय कोरोनावायरस संक्रमित मरीज होंगे तो उन्हें उचित इलाज किस तरह दिया जाएगा यह सबसे बड़ा सवाल है।
Just returned to Mumbai on way back from Hyderabad & Kalaburagi in South. Met patients outside KEM Hospital who’re anxious because they cannot get a bed. This man told me he tested positive for Corona, is listed as a patient, but has to wait for a bed. More on this @themojo_in pic.twitter.com/84gGtBKI4O
— barkha dutt (@BDUTT) May 21, 2020
कई राज्यों ने इस आशंका को देखते हुए इमरजेंसी सेवाओं को दुरुस्त करने की कोशिश की है और बड़ी संख्या में मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पताल में बिस्तर रिजर्व रखने का काम शुरू किया है। लेकिन इसका असर उन मरीजों पर आ सकता है जो अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं। हृदय रोग, किडनी, लीवर के अलावा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के मरीजों को कोरोनावायरस के फैलाव के साथ इलाज मिलने में दिक्कत आ सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी आशंका जताई है कि कोरोनावायरस के फैलने के साथ ही छोटे बच्चों और नवजात शिशुओं के टीकाकरण में देरी हो सकती है।