जम्मू एवं कश्मीर : आतंकवादियों द्वारा अपहृत 3 पुलिसकर्मियों की हत्या से पुलिस खेमा सकते में
कश्मीर पुलिस ने पुलिसकर्मियों के इस्तीफे की खबर का खंडन किया श्रीनगर| जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों ने तीन पुलिसकर्मियों के अपहरण और उनकी हत्या से पुलिस बल सकते में है। वहीं, हिजबुल मुजाहिदीन की जान से मारने की धमकियों के डर के कारण पांच पुलिसकर्मियों ने इस्तीफा दे दिया है। जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने तीन पुलिसकर्मियों का अपहरण कर लिया और इसके कुछ ही घंटों बाद गोली मारकर तीनों की हत्या कर दी। पुलिस के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि एक गांव से सुबह गोलियों से छलनी तीनों शव बरामद किए गए। अपराधियों की तलाश की जा रही है। मारे गए पुलिसकर्मियों की पहचान फिरदौस अहमद कुचई, निसार अहमद धाबी और कुलदीप सिंह के रूप में की गई है। Shopian: Family of SPO Kuldeep Singh mourns his demise. He was abducted by terrorists yesterday & found dead in the district today. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/0HJTKfgh4y — ANI (@ANI) September 21, 2018 एसपीओ पुलिस बल की सबसे निचली श्रेणी है। इस हादसे से पहले आतंकवादियों ने कुछ मस्जिदों से घोषणा […]

कश्मीर पुलिस ने पुलिसकर्मियों के इस्तीफे की खबर का खंडन किया
श्रीनगर| जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों ने तीन पुलिसकर्मियों के अपहरण और उनकी हत्या से पुलिस बल सकते में है। वहीं, हिजबुल मुजाहिदीन की जान से मारने की धमकियों के डर के कारण पांच पुलिसकर्मियों ने इस्तीफा दे दिया है। जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने तीन पुलिसकर्मियों का अपहरण कर लिया और इसके कुछ ही घंटों बाद गोली मारकर तीनों की हत्या कर दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि एक गांव से सुबह गोलियों से छलनी तीनों शव बरामद किए गए। अपराधियों की तलाश की जा रही है।
मारे गए पुलिसकर्मियों की पहचान फिरदौस अहमद कुचई, निसार अहमद धाबी और कुलदीप सिंह के रूप में की गई है।
Shopian: Family of SPO Kuldeep Singh mourns his demise. He was abducted by terrorists yesterday & found dead in the district today. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/0HJTKfgh4y
— ANI (@ANI) September 21, 2018
एसपीओ पुलिस बल की सबसे निचली श्रेणी है।
इस हादसे से पहले आतंकवादियों ने कुछ मस्जिदों से घोषणा कर पुलिसकर्मियों से अपनी नौकरी छोड़ने या परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
पुलिस ने कहा कि एक पुलिसकर्मी के भाई सहित चार लोगों को गुरुवार रात शोपियां स्थित उनके घरों से अगवा किया गया था।
चारों को कापरान और बाटगुंड गांवों से अगवा किया गया था। दोनों गांव सेब के घने बगीचे से चारों ओर से घिरे हुए हैं।
अपहृत चौथा व्यक्ति नागरिक था और स्थानीय लोगों के विरोध के बाद आतंकियों ने उसे सुरक्षित छोड़ दिया था।
स्थानीय समाचार एजेंसियों के अनुसार, हिजबुल ने अपहरण और हत्या की इस घटना की जिम्मेदारी ली है।
पुलिस ने उन अफवाहों को खाजिर कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि मृतक पुलिसकर्मियों के शवों के साथ दरिंदगी की गई थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “गोलियों से छलनी पुलिसकर्मियों के शव कापरान गांव से बरामद हुए। शवों के साथ दरिंदगी नहीं की गई थी।”
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने मृतकों को पुष्पांजलि अर्पित की।
कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक एस.पी. पाणि के नेतृत्व में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शोपियां पुलिस लाइन में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पुलिस ने ट्वीट किया, “हमने इस निर्मम आतंकी घटना में अपने तीन बहादुर साथियों को खो दिया है। तीनों जवानों को श्रद्धांजलि। हम इस अमानवीय कृत्य की निंदा करते हैं और साथ ही आश्वस्त करते हैं कि दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।”
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि वार्ता ही कश्मीर में जारी हिंसा के दुष्चक्र का समाधान हो सकता है।
महबूबा ने ट्वीट किया, “तीन और पुलिसकर्मियों ने आतंकवादियों की गोलियां खाकर अपनी जान गंवा दी। हमेशा की तरह गुस्सा, दुख और निंदा जैसे शब्द सुनने को मिलेंगे, लेकिन दुर्भाग्य से इससे मृतकों के परिवारों को सांत्वना नहीं मिलेगी।”
उन्होंने कहा, “स्पष्ट रूप से पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के अपहरण की घटनाओं में वृद्धि के साथ केंद्र सरकार की नीति बिल्कुल काम नहीं कर रही है। संवाद अब एकमात्र रास्ता प्रतीत होता है।”
प्रति माह मात्र 6,000 रुपये के पारिश्रमिक पर एसपीओ राज्य में आतंकवाद-रोधी अभियानों में लगे हुए हैं। राज्य में लगभग 36,000 एसपीओ हैं। उन्हें वर्दी दी जाती है, लेकिन अन्य पुलिसकर्मियों की तरह उन्हें हथियार नहीं दिए जाते।
आतंकवादी लगातार एसपीओ को अपनी नौकरी छोड़ने या खामियाजा भुगतने की धमकी देते रहे हैं।
शुक्रवार की घटना दक्षिण कश्मीर में पुलिसकर्मियों व सुरक्षा बलों पर हमले और अपहरण का ताजा मामला है।
Jammu & Kashmir: Search operation underway in Shopian, after bodies of three policemen who were kidnapped by terrorists yesterday, were found earlier today. (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/2qzt8HHQ5C
— ANI (@ANI) September 21, 2018
उधर जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने शोपियां जिले में तीन पुलिसकर्मियों को अगवा कर उनकी हत्या किए जाने के बाद पुलिसकर्मियों द्वारा इस्तीफा दिए जाने की खबर का शुक्रवार को खंडन किया। पुलिस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो में विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) को इस्तीफा देने का दावा करते हुए दिखा जाना मनगढ़ंत था।
बयान के अनुसार, एसपीओ की सेवा की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और इस समीक्षा के आधार पर एसपीओ को सेवा से मुक्त किया जाता है। सोशल मीडिया पर डाले गए वीडियो मनगढं़त हैं।
पुलिस ने कहा, “आतंकियों द्वारा तीन एसपीओ की हत्या करने के बाद किसी पुलिसकर्मी ने इस्तीफा नहीं दिया है।”
लेकिन जम्मू एवं कमीर पुलिस ने दक्षिण कश्मीर में अवकाश पर गए सभी पुलिसकर्मियों को तुरंत काम पर लौटने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
एडवाइजरी में पुलिसकर्मियों को अगले आदेश तक घर नहीं जाने का निर्देश दिया गया है।
#JammuAndKashmir DGP Dilbag Singh says, "police work for the public, not to hurt anyone. Rumours should not be spread about them. If any such incident happens, we will look into it. Our SPOs have been doing their duty very well. They are an important part of our security forces" pic.twitter.com/tUMHvzDkJh
— ANI (@ANI) September 21, 2018
-आईएएनएस