लॉकडाउन : गंगा हुई साफ़, डोल्फिन के हो रहे दर्शन

मुंगेर: कभी-कभी महामारी से ऐसी चीजें हो जाती हैं जो करोड़ों खर्च करके भी नहीं किया जा सकता। कुछ ऐसा ही हुआ है देश की सबसे पावन नदी गंगा के साथ। 50 दिनों से अधिक समय तक के लॉकडाउन के कारण गंगा नदी बहुत साफ हो गई है। गंगा का पानी इतना साफ हो गया है कि उसमें डॉल्फिन भी देखी जा सकती है। 25 मार्च से शुरू लॉकडाउन के कारण कारखानों से निकलने वाले दूषित रासायनिक जल के प्रवाह को गंगा में जाने से रोक दिया गया है। जिसके कारण गंगा का पानी शुद्ध हो रहा है।
गंगा की सफाई के कारण सबसे सुखद अनुभव यह है कि गंगा की डॉल्फिन जो काफ़ी समय से दिखाई देना बंद हो चुकी थी वो अब फिर से दिखने लगी हैं। मछलियों के झुंड भी गंगा में घूम रहे हैं। लल्लू, पोखर, कंकड़ घाट और मुंगेर खगड़िया रेल सह सड़क पुल के आसपास के क्षेत्रों में डॉल्फ़िन देखी जा सकती हैं। क्षेत्र के डीएफओ ने कहा कि लॉकडाउन से गंगा में प्रदूषण कम हो गया है और साथ ही नाव भी नहीं चल रहे हैं। जिसके कारण गंगा साफ हो गई है। यही कारण है कि डॉल्फिन और अन्य जल जीव गंगा में आसानी से दिखाई दे रहे हैं।
लॉकडाउन के कारण मुंगेर जिले में बहने वाली गंगा का पानी 80 प्रतिशत साफ हो चूका है। इसका एक कारण यह भी है कि लोगों ने गंगा के किनारे मंदिरों और पूजा स्थलों पर आना बंद कर दिया है जिससे गंगा में पूजा सामग्री भी फैंके जाना बंद हो चूका है।
आपको बता दे कि अप्रैल के अंत में गंगा में अटखेलिया करती एक डॉल्फिन का एक सुंदर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो मेरठ से था जिसमें डॉल्फ़िन गंगा नदी में उछलती हुई दिखाई देती हैं। वीडियो को भारतीय वन अधिकारी (IFS) आकाश दीप वर्धवान ने अपने ट्विटर हैंडल से साझा किया। वीडियो को शेयर करते हुए आकाश दीप ने कैप्शन में लिखा, “गंगा नदी की विलुप्त हो रही नेशनल एक्वेटिक एनिमल डॉल्फिन को देखना एक भाग्य की बात है।” डॉल्फिन की यह प्रजाति नहीं देख सकती क्योंकि इसकी आंखों के स्थान पर दो छोटे स्लिट्स होते हैं।