हनीप्रीत ने पुलिस को बताए सीक्रेट डायरी के राज
कहा, उसमें दर्ज है डेरे के रहस्यों का ब्यौरा चंडीगढ़ (ईएमएस)। राम रहीम की सबसे खास राजदार हनीप्रीत पुलिस रिमांड पर है और पहले चार दिनों की पूछताछ के दौरान उसने पुलिस के सामने जो सबसे बड़ा खुलासा किया है, वह उसकी गोपनीय डायरी के बारे में है। हनीप्रीत धीरे-धीरे टूट रही है। उसने पुलिस को अपनी एक ऐसी सीक्रेट डायरी के बारे में जानकारी दी है, जो उसने डेरा में कहीं छिपाकर रखी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो हनीप्रीत ने इस डायरी में न केवल लेन-देन के आंकड़े, बल्कि डेरा से जुड़े कई रहस्यों की जानकारी भी दर्ज की है। सूत्रों के मुताबिक इस डायरी में डेरा सच्चा सौदा की महत्वपूर्ण बैठकों का ब्यौरा भी दर्ज है। गौरतलब है कि हनीप्रीत इंसा डेरा में नंबर दो की हैसियत रखती थी और डेरा सच्चा सौदा के वित्तीय प्रबंधन की जिम्मेदारी भी उसके सुपुर्द थी। लेन-देन का पूरा काम हनीप्रीत के जरिए ही होता था और ज्यादातर चैक भी उसी के द्वारा साइन किए जाते थे। पुलिस द्वारा 14 सितंबर को डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय से बरामद की गई 65 […]
कहा, उसमें दर्ज है डेरे के रहस्यों का ब्यौरा
चंडीगढ़ (ईएमएस)। राम रहीम की सबसे खास राजदार हनीप्रीत पुलिस रिमांड पर है और पहले चार दिनों की पूछताछ के दौरान उसने पुलिस के सामने जो सबसे बड़ा खुलासा किया है, वह उसकी गोपनीय डायरी के बारे में है। हनीप्रीत धीरे-धीरे टूट रही है। उसने पुलिस को अपनी एक ऐसी सीक्रेट डायरी के बारे में जानकारी दी है, जो उसने डेरा में कहीं छिपाकर रखी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो हनीप्रीत ने इस डायरी में न केवल लेन-देन के आंकड़े, बल्कि डेरा से जुड़े कई रहस्यों की जानकारी भी दर्ज की है। सूत्रों के मुताबिक इस डायरी में डेरा सच्चा सौदा की महत्वपूर्ण बैठकों का ब्यौरा भी दर्ज है।
गौरतलब है कि हनीप्रीत इंसा डेरा में नंबर दो की हैसियत रखती थी और डेरा सच्चा सौदा के वित्तीय प्रबंधन की जिम्मेदारी भी उसके सुपुर्द थी। लेन-देन का पूरा काम हनीप्रीत के जरिए ही होता था और ज्यादातर चैक भी उसी के द्वारा साइन किए जाते थे। पुलिस द्वारा 14 सितंबर को डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय से बरामद की गई 65 कम्प्यूटर हार्ड डिस्क से डाटा रिकवर करने की कोशिशें की जा रही हैं।
पुलिस को अब तक सिर्फ एक हार्ड डिस्क से सात सौ करोड़ रुपए के लेन-देन की जानकारी मिली है। अब हनीप्रीत की सीक्रेट डायरी के खुलासे ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। इस डायरी की बरामदगी से डेरे से गायब हुए सैंकड़ों करोड़ रुपए की जानकारी मिलने की उम्मीद है।
पुलिस को शक है की 25 और 26 अगस्त के दौरान जब हनीप्रीत डेरा में वापस पहुंची थी, तो उसने इस डायरी और कई और दूसरे दस्तावेजों को कहीं छिपा दिया था। 25 से 30 अगस्त के दौरान डेरा से करोड़ों रुपए भी कहीं और ले जाकर छिपा दिए गए हैं। सूत्रों की मानें तो हनीप्रीत के पास डेरा के करीब चार सौ करोड़ रुपए के काले धन की जानकारी है। पुलिस यह जानना चाहती है कि क्या हनीप्रीत ने डेरा से करोड़ों रुपए निकालकर कहीं दूसरी जगह पर छिपाए हैं।
पुलिस की ज्यादातर दिलचस्पी डेरा से जुड़ी उन तमाम बैठकों की जानकारी हासिल करने में है, जिसमें पंचकूला हिंसा का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था। इसी तरह की एक बैठक डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में 17 अगस्त को की गई थी। हनीप्रीत की डायरी हासिल करने के अलावा पुलिस को उसका मोबाइल भी बरामद करना है। डायरी और मोबाइल बरामद होने से डेरा के कई राज बाहर आ सकते हैं।