भरुच के दहेज में श्रमिकों ने पुलिस पर किया पथराव, पुलिस ने छोड़े टीयर गैस के शेल

चीन से फैले कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में हाहाकार मचाया है। ऐसे में भारत में भी पॉजिटीव केसों की संख्या में लगातार वृद्घि हो रही है। जिसके कारण केन्द्र सरकार द्वारा देश में लॉकडाउन दिया गया है। फिलहाल देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है और वर्तमान में कोरोना के जो केस बढ़ रहे हैं, वह सोश्यल ट्रान्समिशन के कारण बढ़ रहे हैं। ऐसे में गुजरात अन्य जिलों से कार्य हेतु आए श्रमिकों को उनके गांव भेजने के लिए राज्य सरकार द्वारा स्वीकृति दी गई है। इसके बावजूद भी आए दिन श्रमिकों द्वारा गांव जाने की मांग को लेकर पुलिस पर पथराव किये जाने की घनटाएं प्रकाश में आती हैं।
ऐसी ही एक घटना भरुच में सामने आई है। जिसमें दूसरे दिन भी समय गांव जाने की मांग को लेकर श्रमिक रास्ते पर एकत्र हो गए थे और पुलिस पर पथराव किया। श्रमिकों के समूह को नियंत्रण में लेने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज$ क रके टीयर गैस के शेल छोडऩा पड़ा।
रिपोर्ट के अनुसार भरुच के दहेज में अन्य राज्यों से काम के लिए आए परप्रांतियों ने गांव जाने की मांग को लेकर गुरुवार को हंगामा मचाया था। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी श्रमिकों ने गांव जाने की मांग की थी। पुलिस ने श्रमिकों को समझाने का प्रयास किया था किंतु उग्र बने लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरु कर दिया। जिससे पुलिस ने और अधिक फोर्स मंगवाकर लोगों के समूह को नियंत्रित किया। जिसके लिए हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा और टीयर गैश के शेल छोडऩे पड़े।
उल्लेखनीय है कि थोड़े दिन पहले सूरत के वरेली में भी श्रमिकों ने गांव जाने की मांग को लेकर पुलिस पर पथराव किया था। दो हजार से अधिक श्रमिकों के समूह ने बाइक, कार और ऑटो समेत कुछ वाहनों में तोडफ़ोड़ किया था और कुछ वाहनों में आग लगाने का प्रयास भी किया था। उसके बाद सूरत के समीप स्थित मोरा गाम में रहनेवाले श्रमिकों ने भी गांव जाने की मांग को लेकर पुलिस पर पथराव किया गया था। जिससे पुलिस ने श्रमिकों के समूह को काबू में लेने के लिए लाठीचार्ज किया था।